Delhi-NCR में लगी तमाम पाबंदियों के बावजूद वायु प्रदूषण के हालात में कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। SAFAR-India के द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 314 दर्ज की गई। वहीं NCR के नोएडा में 317 और गुरुग्राम में 325 AQI रिकॉर्ड किया गया।
हवाओं की मंद रफ्तार के कारण स्थिति में बदलाव नहीं हो रहा है
पूरे दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता अपने ‘बहुत खराब’ स्तर पर बनी रही। मौसम विभाग के अधिकरियों के मुताबिक घने कोहरे के कारण हवाओं की रफ्तार काफी मंद है, जिसके कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण की स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली(SAFAR) ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले तीन दिनों में हवा की गति औसतन 4 किमी प्रति घंटा रहने की उम्मीद है। जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर में कोहरे छाये रहेंगे और इस कारण प्रदूषण के कणों का बिखराव रुक जाएगा। बीते 6 दिसंबर को दिल्ली का AQI 322 रहा था।
यूपी सरकार के वकील ने SC में कहा, दूषित हवा पाकिस्तान से आ रही है
उन्होंने कोर्ट को बताया कि दिल्ली की तरफ यूपी की ओर से हवा नहीं जा रही है बल्कि यह दूषित हवा पड़ोसी देश पाकिस्तान से आ रही है। जिस पर चीफ जस्टिस एनवी रमना ने चुटकी लेते हुए कहा कि तो क्या आप पाकिस्तान के उद्योग बंद करवाना चाहते हैं?
मालूम हो कि AQI 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच इसे संतोषजनक माना जाता है वहीं 101 से 200 के बीच मध्यम श्रेणी का माना जाता है। 201 से 300 के बीच यह खराब श्रेणी में दर्ज किया जाता है जबकि 301 से 400 के बीच बेहद खराब की श्रेणी में आता है और 401 से 500 के बीच AQI गंभीर श्रेणी में आता है।
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