भारतीय वायुसेना (आईएएफ) की ताकत में और अधिक इजाफा होने वाला है। तीन राफेल लड़ाकू विमानों की खेप आज फ्रांस से बिना रुके भारत के अंबाला एयरबेस पर लैंड करेंगे। भारत सरकार चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के साथ जारी तनाव के बीच देश की सेनाओं को और ताकतवर बनाने में जुटी है। इसलिए आज फ्रांस से बिना रुके भारत के अंबाला एयरबेस पर तीन राफेल लैंड करेंगे। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के आसमान में ही तीनों विमानों में उड़ान के दौरान ही ईंधन (एयर टू एयर रिफ्यूलिंग) भरा जाएगा।

फ्रांसीसी और भारतीय राजनयिकों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, भारतीय वायुसेना की एक टीम तीन राफेल को अंबाला लाने के लिए पहले ही फ्रांस पहुंच गई थी। नौ विमानों का अगला जत्था अप्रैल में भारत आएगा। इनमें से पांच विमानों को उत्तरी बंगाल में हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक, तीन राफेल विमान बॉरडॉक्स में मेरिग्नाक एयरबेस से 31 मार्च की सुबह सात बजे उड़ान भरेंगे और बुधवार शाम सात बजे के करीब अंबाला में लैंड करेंगे।

गौरतलब है कि, भारतीय वायुसेना के अंबाला स्थित गोल्डन एरो स्क्वाड्रन ने जुलाई, 2020 और जनवरी, 2021 के बीच 11 राफेल लड़ाकू विमानों को पहले ही वायुसेना में शामिल कर लिया गया है। इन्हें लद्दाख सीमा पर तैना किया गया है। बता दें कि मई 2020 की शुरुआत से ही चीन के साथ सीमा गतिरोध के बाद सेना हाई अलर्ट पर है

भारत में फ्रांसीसी दूत इमैनुअल लेनिन ने कहा है कि कोरोना के बावजूद 2022 तक तय समय में सारे लड़ाकू विमान भारत को सौंप दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि कोरोना के बावजूद हम भारत को तय समय और उससे पहले राफेल सौंपने के लिए सक्षम हैं।

बता दें कि भारत ने फ्रांस सरकार के साथ सितंबर, 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा किया था। फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन से पांच राफेल विमानों का पहला बेड़ा 28 जुलाई को भारत पहुंचा था।

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