Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर की महापंचायत होगी ऐतिहासिक – Rakesh Tikait

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Kisan Mahapanchayat: मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में 5 सितंबर को किसानों का महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) है। इसको लेकर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा, “ये महापंचायत ऐतिहासिक होगी।” इस बीच महापंचायत को लेकर किसान संगठनों के बीच मतभेद की भी खबरें आ रही है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को महापंचायत को लेकर हरियाणा के किसान संगठन में मतभेद हैं। कई संगठनों ने इस महापंचायत से किनारा कर कर लिया है। नये कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर लगभग एक वर्ष से धरना प्रदर्शन चल रहे हैं।

Kisan Mahapanchayat का आयोजन: राजनीतिक मंशा

दरअसल, हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े कई संगठनों के नेताओं का कहना है कि भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत की ओर से राजनीतिक मंशा के तहत इस महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसीलिए ये किसान संगठन इससे दूरी बनाए हुए हैं। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता इस महापंचायत को स्पष्ट रूप से किसानों का आयोजन और उत्तर प्रदेश के मिशन 2022 की शुरूआत बता रहे हैं। साथ ही इस महापंचायत के जरिए आगामी रणनीति तय करने पर जोर दे रहे हैं। इधर, हरियाणा की गठवाल खाप का तर्क है कि अगर इस महापंचायत में कुछ राजनीतिक फैसले हुए या फिर इसके आयोजन के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नजर आई तो फिर इसमें होने वाले फैसले स्वीकार नहीं किए जा सकते।

2BJP विधायक को दिखाए काले झंडे

कुछ दिन पहले BJP विधायक विक्रम सैनी मीरापुर दलपति गांव पहुंचे। इस मौके पर बीजेपी विधायक को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, खतौली क्षेत्र से बीजेपी विधायक विक्रम सैनी बीजेपी बूथ कमेटी का सत्यापन करने के लिए मीरापुर दलपति गांव गए थे। विधायक विक्रम सैनी मीरापुर दलपति गांव में एक बीजेपी कार्यकर्ता विशाल प्रजापति के घर में बूथ कमेटी का सत्यापन करने के लिए कार्यकर्ताओं से बैठक कर रहे थे। तभी भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के कार्यकर्ताओं को इसकी भनक लग गई और उन्होंने विधायक की गाड़ियों को घेर लिया।

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बता दें, कि भाकियू कार्यकर्ताओं का बीजेपी के खिलाफ यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी भाकियू कार्यकर्ता बीजेपी का लगातार विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं। लगभग 15 दिन पूर्व मुजफ्फरनगर जिले की बुढ़ाना सीट से बीजेपी विधायक उमेश मलिक का सिसौली में जोरदार विरोध हुआ था।

गौरतलब है कि दिल्ली में सीमाओं पर पिछले 9 माह से भी अधिक समय से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के 40 से अधिक किसान संगठनों के नेताओं ने अब सरकार को चेताने के लिए महापंचायत करने का निर्णय लिया है जिसका आयोजन 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने जा रहा है।

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महापंचायत में चार राज्यों उत्तर प्रदेश विशेषकर वेस्ट यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और पंजाब से भीड़ आने की संभावना है। वहीं पूरे देश के विभिन्न राज्यों से किसान संगठनों के नेता भी यहां पहुंचेंगे। उधर जमीयत के नेताओं के भी समर्थन देने से इस किसान महापंचायत में मुस्लिमों की भी भारी भीड़ आने की संभावना जताई जा रही है।

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