जहां एप्पल कंपनी की मोबाइल को अपने स्पीड और स्मूदनेस के लिए, वहीं भारतीय रेल को अपनी धीमी चाल और लेट-लतीफी के लिए जाना जाता है । अब भारतीय रेल भी एप्पल के इस खास गुण का उपयोग कर अपना स्पीड बढ़ाना चाहता है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि सरकार रेलगाड़ियों की गति बढ़ाकर 600 किलोमीटर प्रति घंटे तक करना चाहती है और इसके लिए वह एप्पल जैसी वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है।

एचोसैम के एक कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि सरकार एप्पल जैसी कंपनियों के साथ पहले से बातचीत कर रही है। प्रभु ने कहा कि ट्रेनों की गति 600 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक करने की दिशा में काम करने के लिए सरकार ने छह महीने पहले बड़े प्रौद्योगिकी कंपनियों को बुलाया था। लेकिन देश में एप्पल की प्रौद्योगिकी का आयात नहीं किया जाएगा बल्कि उसका यहां पर विकास किया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि सुरक्षा भी महत्वपूर्ण चिंता का विषय है और भारतीय रेलवे ऐसे डिब्बों के उपयोग की योजना बना रहा है जो अल्ट्रासोनिक प्रौद्योगिकी के जरिये रेल में टूट-फूट का पता लगा सके।

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि इसके अलावा नीति आयोग ने दो व्यस्तम गलियारों दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता मार्गों पर गतिमान एक्सप्रेस की रफ्तार बढ़ाने के लिए 18,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस मंजूरी के साथ ही गतिमान एक्सप्रेस की रफ्तार बढ़कर 200 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आप खुद से इसकी कल्पना कर सकते हैं कि इससे यात्रा समय में कितनी बचत होगी।

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