उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘छठ’ (10 नवंबर) और ‘कार्तिक पूर्णिमा’ (19 नवंबर) को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व सहित कार्तिक मास के मेलों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। ऐसे में घाटों पर साफ-सफाई, सुरक्षा, रोशनी, पार्किंग और पीने के पानी की व्यवस्था की जाए।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि लोगों को मेलों के आयोजन की अनुमति लेने में कोई समस्या न हो, क्योंकि यह “हमारी संस्कृति और परंपरा का अभिन्न अंग” है। उन्होंने ‘पंचकोसी’ और ‘चौड़ा कोसी परिक्रमा’ का उदाहरण दिया, जो 14 नवंबर से अयोध्या में शुरू होगी।
प्रवक्ता ने कहा, “गढ़मुक्तेश्वर मेले का आयोजन हापुड़, 19 नवंबर को वाराणसी में देव दीपावली और बलिया में दादरी मेले में किया जाएगा। इसी तरह एटा, बरेली, कानपुर और रायबरेली में भी विभिन्न मेलों का आयोजन किया जाएगा।” तापमान में गिरावट को देखते हुए अधिकारियों ने रैन बसेरों का इंतजाम भी किया है।
उन्होंने कहा, “इस साल बहुत ठंड के मौसम की उम्मीद है। नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। स्थानीय नगर निकायों के सहयोग से पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति फुटपाथ, चौराहे या किसी मूर्ति के नीचे न सोए।”
इन राज्यों में छठ की है छुट्टी:
बिहार
छठ मुख्य रूप से बिहार में मनाया जाती है और इसलिए हर साल सार्वजनिक अवकाश रहता है। जहां त्योहार के पहले दो दिनों में घर पर अनुष्ठान किए जाते हैं, वहीं त्योहार के आखिरी दो दिनों में एक जल निकाय में खड़े होकर अनुष्ठान करना होता है। भगवान को प्रसाद में चावल का हलवा (खीर) और फल शामिल हैं, जो परिवार के सदस्यों और दोस्तों के बीच वितरित किए जाते हैं। घाटों पर पटाखे फोड़ने की अनुमति नहीं होगी और COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा।
दिल्ली
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने छठ के मौके पर 10 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। राज्य सरकार ने भक्तों के त्योहार मनाने के लिए दिल्ली भर में 800 घाटों पर भी व्यवस्था की है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘लोगों को त्योहार मनाते समय सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना सुनिश्चित करना चाहिए।’
उत्तराखंड
उत्तराखंड सरकार ने सोमवार को 10 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन द्वारा जारी मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शासनादेश जारी किया गया। हालांकि, राज्य सरकार का आदेश कोषागारों और उप कोषागारों पर लागू नहीं होगा।
झारखंड
झारखंड सरकार छठ पूजा को सार्वजनिक अवकाश के रूप में भी मनाती है। रांची नगर निगम सुरक्षा के लिए उचित प्रकाश व्यवस्था, चेंजिंग रूम स्थापित करने, तालाबों और जलाशयों में बैरिकेड्स लगाने की व्यवस्था कर रहा है। त्योहार से पहले, राज्य सरकार ने एक बैठक भी की और दुकानों के कामकाज पर प्रतिबंध को पूरी तरह से हटाने का फैसला किया।
यह भी पढ़ें: Chhath Puja 2021: तस्वीर शेयर कर बोले Pappu Yadav – इस बेशर्मी के लिए PM माफी मांगे