Russia Ukraine War: क्या है NATO जिसने की है यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े रहने की बात

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What is NATO: रूस के राष्‍ट्रपति Vladimir Putin द्वारा यूक्रेन (Russia Ukraine War) पर हमले का आदेश देने के बाद गुरुवार को NATO के दूतों ने आपातकालीन सत्र में एक बैठक की है। नाटो के महासचिव Jens Stoltenberg ने एक बयान में कहा, “यह अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है और यूरो-अटलांटिक सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है और “रूस द्वारा उठाए गए कदम पर चर्चा करने के लिए सहयोगी मिल रहे हैं।” उन्‍होंने यह भी कहा कि हम इस समय यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े हैं। नाटो सभी सहयोगियों की रक्षा और बचाव के लिए हर संभव प्रयास करेगा।

 NATO Secretary-General Jens Stoltenberg
NATO Secretary-General Jens Stoltenberg

रूस द्वारा 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप पर कब्जा करने के बाद से नाटो ने पूर्वोत्तर यूरोप में सुरक्षा के लिए कदम उठाए थे। बता दें कि पूर्वोत्तर यूरोप में लगभग 5,000 सैनिक और उपकरण तैनात थे लेकिन हाल के महीनों में सैनिकों की संख्‍या और ज्‍यादा बढ़ गई है।

NATO Secretary-General Jens Stoltenberg
NATO Secretary-General Jens Stoltenberg

क्‍या है NATO

NATO एक गठबंधन है जिसमें अट्ठाईस यूरोपीय और दो उत्तरी अमेरिकी देश यानी 30 देश शामिल हैं। उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) 1949 में USA, कनाडा और अन्य पश्चिमी यूरोपीय देशों द्वारा Soviet Union का सामना करने के लिए बनाया गया था। नाटो सामूहिक सुरक्षा (Collective Security) का एक system बनाता है, जिसके तहत इसके सदस्य किसी बाहरी पार्टी के हमले के जवाब में आपसी रक्षा के लिए तैयार रहते हैं।

वर्तमान में NATO में 30 देश शामिल हैं। बता दें कि 4 अप्रैल 1949 को जब नाटो की स्‍थापना हुई थी तब इसमें 12 संस्थापक देश शामिल थे। नाटो के संस्थापक सदस्य संयुक्त राज्य अमेरिका, बेल्जियम, कनाडा, डेनमार्क, फ्रांस, आइसलैंड, इटली, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल और यूनाइटेड किंगडम हैं।

नाटो के वर्तमान सदस्य

अल्बानिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, कनाडा, क्रोएशिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आइसलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, मोंटेनेग्रो, नीदरलैंड, उत्तरी मैसेडोनिया, नॉर्वे, स्पेन, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका हैं। बता दें कि नाटो का मुख्यालय बेल्जियम के ब्रुसेल्स में स्थित है।

वहीं नाटो के partner countries हैं: आर्मेनिया, ऑस्ट्रिया, अजरबैजान, बेलारूस, बोस्निया और हर्जेगोविना, फिनलैंड, जॉर्जिया, आयरलैंड, कजाकिस्तान, किर्गिज़ गणराज्य, माल्टा, मोल्दोवा गणराज्य, रूस, सर्बिया, स्वीडन, स्विटज़रलैंड, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, यूक्रेन, उज़्बेकिस्तान।

नाटो ने मिसाइल रक्षा प्रणाली स्थापित करने की बनाई है योजना

Russia-Ukraine War: Russian President Vladimir Putin

रूस ने दावा किया है कि NATO द्वारा पूर्व की ओर विस्तार किया गया है जिससे उसके हितों को खतरा पैदा हुआ है और इसी कारण उसने नाटो से लिखित सुरक्षा गारंटी मांगी है और अमेरिका के नेतृत्व में नाटो ने रूस की मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए पोलैंड और चेक गणराज्य जैसे देशों में मिसाइल रक्षा प्रणाली स्थापित करने की योजना बनाई है।

Russia Ukraine War: नाटो से रूस की मांग

Russia Ukraine War: Russian President Vladimir Putin

रूस ने नाटो के आगे विस्तार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है जिसमें यूक्रेन और जॉर्जिया जैसे देश शामिल हैं जो रूस की सीमाओं को साझा करते हैं। साथ ही रूस ने नाटो से अपनी सैन्य तैनाती वापस लेने और सीमावर्ती क्षेत्रों में मध्यम दूरी की मिसाइलों की तैनाती पर रोक लगाने के लिए कहा है। इसके अलावा, रूस ने नाटो से यूक्रेन और अन्य पूर्व सोवियत गणराज्यों को सैन्य सहयोग देने से मना किया है।

Russia Ukraine War: यूक्रेन नाटो में क्यों नहीं हुआ शामिल?

हालांकि यूक्रेन नाटो का सदस्य नहीं है लेकिन 1997 में अपनी स्थापना के बाद से वो NATO के बेहद करीब रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच ने देश को नाटो में इसलिए शामिल नहीं होने दिया था क्‍योंकि वो देश को गुटनिरपेक्ष रखना चाहते थे।

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