Constitution Day 2021: भारत में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस (Constitution Day) मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में बहुत ही अहम स्थान रखता है। 26 नवंबर 1949 वह दिन था जब भारत ने संविधान को औपचारिक तौर पर स्वीकार किया था और 26 जनवरी 1950 को लागू किया था।
इस तरह आई प्रस्तावना
भारत का संविधान एक हस्तलिखित है। इसकी शुरुआत में एक प्रस्तावन भी लिखी है, जो कि संविधान की मूल भावनाओं को सामने रखती है। पर क्या आप जानते हैं संविधान में प्रस्तावना कैसे आई?
संविधान सभा द्वारा संविधान का निर्माण किया गया था। संविधान सभा में जवाहरलाल नेहरू ने 13 दिसंबर 1946 को एक उद्देशिका पेश की थी। जिसमें बताया गया था कि किस प्रकार का संविधान तैयार किया जाना है। इसी उद्देशिका से जुड़ा हुआ जो प्रस्ताव था वह संविधान निर्माण के अंतिम चरण प्रस्तावना के रूप में संविधान में शामिल किया गया। इसी कारण प्रस्तावना को उद्देशिका के नाम से भी जाना जाता है।
यह है प्रस्तावना
“हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्त्व-संपन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिये तथा इसके समस्त नागरिकों को:
सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय,
विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,
प्रतिष्ठा और अवसर की समता
प्राप्त कराने के लिये तथा उन सब में
व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता
तथा अखंडता सुनिश्चित करने वाली
बंधुता बढ़ाने के लिये
दृढ़ संकल्पित होकर अपनी इस संविधान सभा में आज दिनांक 26 नवंबर, 1949 ई. को एतद् द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।”
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