केंद्रीय गृह राज्यमंत्री Ajay Mishra ने की पत्रकारों के साथ बदसलूकी, देखें VIDEO

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केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को Supreme Court से लगा झटका, प्रभात हत्याकांड केस नहीं होगा ट्रांसफर..
केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को Supreme Court से लगा झटका, प्रभात हत्याकांड केस नहीं होगा ट्रांसफर..

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री Ajay Mishra टेनी विवादों में घिर गये हैं। बेटे आशीष मिश्रा, जिसे SIT ने अपनी जांच में लखीमपुर खीरी कांड का मास्टमाइंड बताया है, उसके मामले में प्रश्न पूछे जाने से केंद्रीय मंत्री इतने गुस्से में आ गये कि पत्रकारों को अपशब्द कहने लगे।

दरअसल लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में जांच कर रही यूपी SIT ने मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के ऊपर गंभीर धाराओं में केस जोड़ने के बाद पत्रकारों ने इस मामले में गृह राज्यमंत्री Ajay Mishra टेनी से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो वह भड़क गये और पत्रकारों से बदतमीजी करने लगे।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में Ajay Mishra टेनी से पत्रकार बेटे आशीष मिश्रा से जुड़े सवाल पूछते देखें जा रहे हैं, जिसके बाद गृह राज्यमंत्री टेनी अपना आपा खो देते हैं और अभद्रता करने लगे। वीडियो में पत्रकारों के सवाल से जिस तरह से अजय मिश्रा भड़क रहे हैं, वह शर्मासार करने वाला है। वह एक संवैधानिक पद पर हैं और ऐसे में उन्हें पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए।

Ajay Mishra पर कुमार विश्वास ने कसा तंज

Ajay Mishra पर कवि कुमार ने तंज कसा है। विश्वास ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, ‘देश में लोकतंत्र, जन-प्रतिनिधियों जवाबदेही व अभय रामराज्य के लिए नियुक्त गृह राज्यमंत्री जी की हनक, सार्वजनिक धमकी व अहंकार निस्संदेह निंदनीय है किंतु मीडिया के मित्र भी क्या स्वयं की अभिव्यक्ति पर हमले के बाद ही सवाल उठाएंगे? आज पैर जब फटी बिवाई, तब याद आई पीर पराई।’

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वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने टेनी पर हमला बोसते हुए कहा कि मोदी सरकार को गृह राज्यमंत्री को हटाना ही पड़ेगा और उन्हें जेल जाना पड़ेगा, चाहे यह 5 साल में हो, 10 साल या 15 साल में।

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur-Kheri) कांड एक सोची समझी साजिश थी। लखीमपुर की घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया था। SIT की विवेचना में कहा गया कि घटना कोई दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या की सोची समझी साजिश थी। मामले की विवेचना के बाद विद्याराम दिवाकर ने खीरी की निचली अदालत को यह जानकारी दी है।

लखीमपुर खीरी हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी

विवेचना के बाद घटना में शामिल आरोपियों पर पहले की कुछ धाराओं को हटा कर IPC की धारा 120b,307,34,326 समेत सशस्त्र अधिनियम की धाराएं जोड़ने का आग्रह किया गया है। 3 अक्टूबर को लखीमपुर के तिकुनिया में हुई थी जिसमें 8 लोगों की मौत हो गयी थी। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री Ajay Mishra के पुत्र आशीष मिश्रा समेत 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है। फिलहाल सभी जेल में बंद हैं।

मालूम हो कि यूपी में लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में चार किसानों को एक एसयूवी कार से कुचल दिया गया था, जब वह एक कार्यक्रम में कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर लौट रहे थे। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे। घटना के बाद हुई हिंसा में भी कुछ लोग मारे गए। घटना के दौरान एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप भी मारे गए थे। किसानों ने आरोप लगाया था कि एसयूवी अजय मिश्रा टेनी की थी और उसमें उनका बेटा आशीष मिश्रा था।

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