Collarwali बाघिन का MP वन विभाग ने किया अंतिम संस्कार, तस्वीर देख बोले लोग इस तरह का दृश्य सिर्फ भारत में दिखता है

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Collarwali Tiger Funeral
Collarwali Tiger Funeral

कॉलरवाली (Collarwali) नाम से मशहूर टी15 बाघिन (T-15 Tiger) का 15 जनवरी को निधन हो गया था। पेंच की रानी (Queen of Pench) का मध्य प्रदेश वन विभाग (Madhya Pradesh Forest Department) ने 16 जनवरी को हिंदू रीती रिवाज से अंतिम संस्कार किया। अंतिम यात्रा (Last Journey) की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों में स्थित पेंच नेशनल पार्क (Pench National Park) में कॉलर वाली बाघिन के लिए वन विभाग ने अंतिम दर्शन रखा था। बाघिन का दर्शन करने के लिए आस पास के काफी लोग पहुंचे थे। जिसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। तस्वीरों को देख कर कहा जा रहा है कि इस का दृश्य महज भारत में ही देखा जा सकता है।

Collarwali Tiger Last Journey

Collarwali Tiger Last Journey
Last Journey

ट्वटिर पर मध्य प्रदेश वन विभाग ने अंतिम संस्कार की कुछ तस्वीरों को शेयर किया है। अंतिम संस्कार में वन विभाग के अधिकारी और जिले के लोग भी शामिल हुए थे। 30 बच्चों को जन्म देने वाली यह 17 साल की बाघिन काफी समय से बीमार चल रही थी। मध्य प्रदेश को टाइगर्स स्टेट (Madhya Pradesh Tiger State) का दर्जा दिलाने में कॉलर वाली बाघिन की अहम भूमिका थी। इस बाघिन का 2005 में जन्म हुआ था। एक बाघिन की औसत उम्र 8-10 साल होती है।

Funeral of Tiger

Collarwali Tiger के लिए लोगों का प्यार

कॉलर वाली बाघिन की मौत के बाद विश्व के वन्यजीव प्रेमियों में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्यारी बाघिन के लिए शोक संदेश लिख रहें हैं। इस बाघिन ने पहले 2006 में तीन शावकों को जन्म दिया था। पर बारिश के चलते उन सभी शावकों की मौत हो गई। फिर उसी साल बाघिन ने चार और शावकों को जन्म दिया था।

Collarwali Tiger के लिए लोगों का प्यार
Collarwali Tiger के लिए लोगों का प्यार

अगले क्रम में भी पांच शावकों को जन्म दिया था। बाघिन ने इसके बाद लगातार दो बार तीन-तीन शावकों को जन्म दिया और अप्रैल 2015 में चार और नन्हे शावकों को जन्म देकर पेंच की सर्वाधिक 22 शावकों को जन्म देने वाली बाघिन बन चुकी थी। 2017 में बाघिन ने चार और शावकों को जन्म दिया था। इसी साल जनवरी में चार शावकों को जन्म दिया था।

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Funeral

कॉलर वाली बाघिन के नाम सबसे अधिक बच्चों को जन्म देने का रिकॉर्ड दर्ज है। इससे पहले रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में 23 शावकों को जन्म देने वाली मछली बाघिन के नाम बताया जाता था। मार्च 2008 में गले में कॉलर लगा होने के कारण इस बाघिन का नाम कॉलरवाली बाघिन पड़ा।

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