2जी मामले में फैसला आने के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं

2जी पर अदालत का फैसला आने के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर भी चालू हो गया। कांग्रेस के नेता जहां इस फैसले से खुश दिखे वहीं भाजपा इस मामले में आगे कार्यवाही करने की बात करती नजर आई।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार झूठ के दम पर सत्ता में आई है और आज कोर्ट ने इस झूठ को साबित कर दिया। हालांकि सभापति वेंकैया नायडू ने इस मुद्दे पर आजाद को ज्यादा कुछ बोलने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा आज के दिन की कार्यवाही में सूचित नहीं है।

वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि आज कोर्ट ने साबित कर दिया कि कोई स्कैम नहीं हुआ था। अगर किसी ने स्कैम किया था तो वह भाजपा ने किया था, वो भी झूठ का स्कैम किया था। पूर्व कैग अध्यक्ष विनोद राय को आड़े हाथों लेते हुए सिब्बल ने कहा कि राय को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। सिब्बल ने यह भी कहा कि उनके जीरो लॉस की बात भी सही साबित हुई। उन्होंने कहा कि जब स्कैम ही नहीं हुआ तो घाटा कैसे होगा।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी मीडिया के सामने आते हुए तल्ख तेवरों में कहा कि यूपीए सरकार के खिलाफ ये आरोप गलत नीयत से लगाए गए थे, जो पूरी तरह अनैतिक है। उन्होंने कहा कि हमारे सरकार के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार किया गया। अब कोर्ट के फैसले से ये सभी आरोप बेबुनियाद साबित हुए।

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदमबरम ने भी फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हमरे सरकार के ऊपर घोटालों के गलत आरोप लगाए गए थे और ये आज सिद्ध हो गया।

डीएमके नेता दुरई मुरुगन ने कहा कि ये मामला हमारे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र था जो अब खत्म हो गया है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फैसले पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि कांग्रेस को इस फैसले से ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि 2जी आवंटन में गड़बड़ी हुई है और इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी नीलामी की प्रक्रिया को गलत माना है। इसलिए कोर्ट के इस फैसले को सार्टिफिकेट ना समझा जाए।

भाजपा सांसद व वरिष्ठ वकील सुब्रहमण्यम स्वामी ने इसे  एक बुरा फैसला करार देते हुए कहा कि सरकार को फैसले के खिलाफ ऊपरी कोर्ट में अपील करनी चाहिए। स्वामी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में सही वकील नहीं चुने गए और केस को गंभीरता से नहीं लड़ा गया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फैसला आने के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि 2जी घोटाला देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक है। लेकिन पता नहीं क्यों सीबीआई ने मामले को गड़बड़ कर दिया? क्या ऐसा जानबूझकर किया गया है? देश की जनता को इसका जवाब चाहिए।

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