“जब बड़े-बड़े देशों ने COVISHIELD का इस्तेमाल बंद कर दिया तो भारत सरकार ने इसे इतना प्रमोट क्यों किया?” -सौरभ भारद्वाज ने BJP पर दागे सवाल

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कोविशील्ड वैक्सीन का नाम एक बार फिर चर्चा में आ गया है। कोरोना माहमारी के दौरान देशभर के करोड़ों लोगों द्वारा लगाई गई वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र में बैठी मोदी सरकार पर कई सवाल दागे हैं। सौरभ का कहना है कि साल 2021 में जब यूनाइटेड किंगडम (UK) सरकार के साथ कई यूरोपीय देशों ने कोवीशील्ड के इस्तेमाल को बंद कर दिया था और , इसके बावजूद भारत सरकार ने इस कोरोना वैक्सीन पर इतना भरोसा क्यों जताया और इसका इतना प्रचार क्यों किया?

AAP के प्रवक्ता और नेता सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से बात करते हुए कहा “कुछ दिनों पहले UK के एक कोर्ट में ‘एस्ट्राज़ेनेका’, जिसने भारत में कोविशील्ड दी उसने कहा कोविशील्ड वैक्सीन से नुकसान हो सकते हैं, जिसके कारण खून के थक्के जमते हैं और ब्रेन हेमरेज, ब्रेन स्ट्रोक या हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है। अब पूरी दुनिया से कोविशील्ड को वापस लिया जा रहा है। जब मार्च 2021 में यूरोप के बड़े-बड़े देशों ने इसका इस्तेमाल बंद कर दिया तो भारत की सरकार ने कोविशील्ड को देश में इतना प्रमोट क्यों किया?

आप नेता ने आगे कहा, “क्या भारत सरकार लोगों को मुआवजा देगी? क्या एस्ट्राज़ेनेका से उन लोगों के लिए मुआवजा नहीं लेना चाहिए जिन्हें इस वैक्सीन से नुकसान पहुंचा है, जैसे UK सरकार ले रही है?”

बता दें कि एस्ट्राज़ेनेका कंपनी जिसने भारत में कोवीशील्ड दी, अब विश्वभर से इस वैक्सीन को वापस ले रहे हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, “एस्ट्राज़ेनेका (AstraZeneca) ने कहना है कि उसने महामारी के बाद से ‘उपलब्ध अद्यतन टीकों की अधिकता’ के कारण दुनिया भर में अपने कोविड-19 वैक्सीन को वापस लेने की पहल की है।”

मालूम हो कि एस्ट्राजेनेका ने अब विश्व भर से कोवीशील्ड वैक्सीन की सेल-पर्चेज को रोक दिया है। साल 2020 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर एस्ट्राजेनेका ने इस वैक्सीन को बनाया था। कुछ ही समय पहले एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन से जुड़े कुछ दुष्प्रभावों को भी स्वीकार किया था। इन दुष्प्रभावों में खून के थक्के जमना, ब्रेन हेमरेज, ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा होने की संभावना बताई थी।

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