राष्ट्रीय जनता दल नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है। नीतीश कुमार के पूर्व सहयोगी ने कहा कि सीएम नीतीश के राज में बिहार में गैर-बराबरी बेतहाशा बढ़ी है। उन्होंने फेसबुक पर अपने पोस्ट में लिखा,’मुख्यमंत्री जी शराबबंदी अभियान से फुर्सत निकालें। नीति आयोग की रिपोर्ट चेतावनी दे रही है। एक ओर आप और आपकी पार्टी के लोग आप के कार्यकाल में अभूतपूर्व विकास का दावा करते रहे हैं। दूसरी ओर नीति आयोग के आइने में दूसरी ही तस्वीर नजर आ रही है। बिहार की लगभग 52% यानी आधी से ज्यादा आबादी गरीबी में अपना जीवन बसर कर रही है। नीति आयोग कुछ जिलों की तो स्थिति अत्यंत गंभीर बता रहा है। जैसे किशनगंज जिला की 64.75 प्रतिशत, अररिया की 64.65, मधेपुरा की 64.43%, पूर्वी चंपारण की 64.13% और सुपौल जिला की 64.1 0% आबादी अत्यंत गरीबी में जीवन बसर कर रही है।’
‘नीतीश राज में बिहार में आश्चर्यजनक रूप से गैर बराबरी बढ़ी’
उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा नहीं है कि नीतीश जी के शासनकाल में सिर्फ गरीबी ही बढ़ी है। बल्कि उसी अनुपात में अमीरी भी बढ़ी है। दीवाली के समय अखबारों में खबर छपी थी। पटना की एक मशहूर मिठाई की दुकान में 28,000 रुपये प्रति किलो वाली मिठाई भी बिकी और एक दो किलो नहीं बल्कि सोने के वर्क वाली वह मिठाई ढाई क्विंटल बिकी। करोड़ के आसपास कीमत वाली गाड़ियां भी दीवाली के दिन राजधानी में बिकीं। नीतीश जी के राज में बिहार में आश्चर्यजनक रूप से गैर बराबरी बढ़ी है।’
शिवानंद तिवारी ने कहा,’ जिस बिहार में इतनी बड़ी आबादी गंभीर गरीबी में जीवन बसर कर रही है उसी बिहार की सरकार नए और पुराने म्यूजियम को जोड़ने के लिये सुरंग के जरिये रास्ता बनाने जा रही है। बिहार की राजधानी में जहां नागरिक रोजाना औसत दूरी चार-पांच किलोमीटर तय करते हैं वहां नीतीश जी की सरकार पंद्रह हजार करोड़ रुपये की लागत से मेट्रो रेल बनवा रहे हैं। मुझे लगता है कि अपने विद्यार्थी जीवन में जो भी थोड़ा बहुत गांधी, लोहिया को पढ़ा था वह लंबे अरसे तक सत्ता की कुर्सी पर बैठे रहने की वजह से विस्मृत हो गया है। इसीलिए उनके नेतृत्व वाली सरकार की योजनाओं के समक्ष गांधी का अंतिम आदमी अदृश्य हो गया है। एक पुराने साथी के नाते मैं उन्हें सलाह दूंगा कि थोड़ा समय निकालिये. गांधी का पूनर्पाठ कीजिए।’