अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल के आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है, सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस खेहर ने इस मामले में जाँच के आदेश दिए हैं। ये आदेश कालिखो पुल की पत्नी द्वारा लिखे गए खत के बाद दिए गए हैं। पूर्व सीएम की पत्नी दंगविम्साई पुल ने जस्टिस जे एस खेहर को इस मामले में FIR दर्ज कराने और इसकी  जाँच करवाने की मांग की थी।

बता दें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कालिखो पुल ने पिछले साल 9 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने 60 पन्नों का एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें सीनियर जजों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। इस सुसाइड नोट में पुल ने राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं पर भी भ्रष्ट होने के आरोप लगाए हैं।

कालिखो पुल अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने के फैसले से सहमत नहीं थे उन्होंने अपने लेटर में भी इस का जिक्र किया है, सुसाइड नोट में पुल ने लिखा है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन को लेकर उनसे और उनके सहयोगियों से संपर्क किया गया था, और फैसला पुल के पक्ष में रखने के लिए करोड़ों की घूस मांगी गई थी।

कालिखो पुल के इन आरोपों के बाद उनकी पत्नी दंगविम्साई पुल ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जे एस खेहर को दो पन्नों का एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने मांग की गई है कि आरोपों की जांच सीबीआई से कराई जाए। पुल की पत्नी ने ये भी कहा है कि जिन जजों पर आरोप लगाये गए थे उनमें से दो जज अब भी कार्यरत हैं।

कालिखो पुल द्वारा लगाये गए आरोपों की सच्चाई को खोजने का काम अब सीबीआई करेगी. अगर ये आरोप सच साबित होते हैं तो आम जनता का न्यायपालिका से विश्वास जायेगा।

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