Sanjay Raut: शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि जिन्ना की मांग पाकिस्तान के गठन की थी। अगर कोई वास्तविक ‘हिंदुत्ववादी’ होता, तो वह गांधी को नहीं जिन्ना को गोली मारता। ऐसा कृत्य देशभक्ति का कार्य होता। गांधी जी के निधन पर आज भी दुनिया शोक में है। राउत कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक ट्वीट का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने लिखा था कि एक हिंदुत्ववादी ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, लेकिन “बापू अभी भी जीवित हैं जहां सच्चाई आज भी है।”
Mahatma Gandhi ने देश में भाईचारे और शांति को दिया बढ़ावा
हिंदू महासभा के सदस्य नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में एक प्रार्थना सभा के दौरान महात्मा गांधी की हत्या नई दिल्ली के बिड़ला हाउस में की थी। गोडसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य भी थे। 1948 में इसी दिन राष्ट्र का सबसे दुखद दिन था क्योंकि गांधीजी, जिन्हें प्यार से बापू के नाम से जाना जाता था, की हत्या नाथूराम गोडसे ने बिड़ला हाउस में गांधी स्मृति में शाम की प्रार्थना के दौरान की थी।
1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली जिसके बाद गांधी जी ने देश में भाईचारे और शांति को बढ़ावा दिया। जैसा कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की मृत्यु हुई, भारत सरकार ने घोषणा की कि इस दिन को शहीद दिवस के रूप में जाना जाएगा।
Sanjay Raut बोले- निहत्थे महात्मा गांधी को मारना गलत था
राउत ने मीडिया से कहा कि जिन्ना को गोली मारना देशभक्ति का कार्य होता क्योंकि उन्होंने ही भारत के विभाजन और पाकिस्तान के गठन की मांग की थी। सभा सांसद और शिवसेना नेता ने कहा कि एक निहत्थे महात्मा गांधी को गोली मारना गलत था और पूरी दुनिया आज भी उनकी मृत्यु पर शोक मनाती है। राउत ने कहा कि पाकिस्तान का गठन जिन्ना की मांग थी।
गौरतलब है कि आज भारत भारत स्वतंत्रता सेनानियों की याद में महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मना रहा है, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और अन्य शीर्ष राजनीतिक नेताओं ने आज नई दिल्ली के राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी है।
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