Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई। वहीं, बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के 20वें सीएम बन गए हैं। इस बीच बीजेपी नेता ने दावा किया है कि शिवसेना के 19 में से 12 सांसद पाला बदलने के लिए तैयार हैं। हालांकि, शिवसेना के कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे के साथ सुलह करने की सिफारिश की है।
Maharashtra Politics: मीटिंग में शिवसेना के 3 सांसद नहीं पहुंचे
जानकीरी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम को सांसदों की मीटिंग बुलाई थी। इसमें 3 सांसद नहीं पहुंचे। उद्धव ठाकरे की मीटिंग में एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, भावना गवली और ठाणे से सांसद राजन विचारे मीटिंग में नहीं पहुंचे। भावना गवली अभी ईडी की रडार पर हैं।
19 में से 12 सांसद पाला बदलने के लिए तैयार!
जानकारी के मुताबिक, शिवसेना के विधायकों के टूटने के बाद अब सांसदों के भी पाला बदलने के आसार हैं। वहीं, एक केंद्रीय मंत्री के दावों ने इस कयासों को और हवा दे दी। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना में विभाजन का लोकसभा पर भी असर पड़ेगा। बीजेपी नेता ने कहा कि पार्टी के कुल 19 में से कम से कम 12 सांसद पाला बदलने के लिए तैयार हैं।
बता दें कि शिवसेना के लोकसभा में 19 सांसद और राज्यसभा में 3 सांसद हैं। कल्याण से दो बार सांसद रहे शिंदे के बेटे श्रीकांत पहले ही अपने पिता वाले गुट के साथ जुड़े हैं। वहीं, यवतमाल से पांच बार की सांसद भावना गवली ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बागी गुट की हिंदुत्व से संबंधित शिकायतों पर विचार करने की अपील की थी। ठाणे से सांसद राजन विचारे भी शिंदे की तरह आनंद दीघे को राजनीतिक गुरु मानते हैं।
उद्धव और शिंदे में पैचअप हो- शिवसेना सांसद
शिवसेना के सांसदों के एक गुट ने शुक्रवार को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ सुलह करने के लिए कहा। सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने भी पार्टी के हित में शिंदे के नेतृत्व वाले बागी गुट से सुलह करने की सलाह दी। हालांकि, इस पर ठाकरे ने क्या जवाब दिया यह अभी सामने नहीं आया है।
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को लेकर क्या कहा?
एकनाथ शिंदे ने अपने साक्षात्कार में कहा कि वर्त्तमान समय में अभी हम शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना रहे हैं। जिससे एक मजबूत सरकार महाराष्ट्र को देंगे। अगर आगे कुछ भी होगा तो अपको मालूम तो हो ही जाएगा। उन्होंने कहा कि देखते जाइए कि आगे के जो भी निर्णय हैं उसे 50 विधायकों से बात करके ही कोई भी फैसला लिया जाएगा। एकनाथ शिंदे ने शिवसेना प्रमुख बनने की कोशिश पर कहा कि हमारी ऐसी कोई कोशिश नहीं है।
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