Kisan Diwas 2021: क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय Kisan diwas?

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Kisan Diwas 2021:राष्ट्रीय किसान दिवस (Kisan diwas) भारत के किसानों को सम्मानित करने और देश के पांचवें प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। Chaudhary charan singh लोकदल के नेता थे, कुछ दिनों के लिए वो भारत के प्रधानमंत्री भी बने थे।

क्यों मनाया जाता है Kisan Diwas?

चौधरी चरण सिंह के योगदान का सम्मान करने के लिए, भारत सरकार ने 2001 में, उनकी जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस दिन, सरकार लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए चर्चा, प्रदर्शनियों, कार्यशालाओं आदि जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है।

Kisan Diwas 2021: कौन थे चौधरी चरण सिंह?

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चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसंबर, 1902 को उत्तर प्रदेश में एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में हुआ था। महात्मा गांधी की शिक्षाओं से प्रभावित होकर उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में सक्रिय भाग लिया। चौधरी चरण सिंह, 1979 से 1980 के बीच कुछ समय के लिए प्रधानमंत्री बने थे, इनको व्यापक रूप से देश के सबसे प्रसिद्ध किसान नेताओं में से एक माना जाता है। उन्हें किसानों और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता था।

Chaudhary charan singh का कृषि में योगदान

Chaudhary charan singh का कृषि में योगदान भारतीय किसान के संघर्षों के लिए अजनबी नहीं थे। चरण सिंह ने भारत के सबसे बड़े कृषि राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में दो बार कार्य किया, जहां उन्होंने भूमि सुधार करने में एक प्रमुख भूमिका निभाई।

1952 में कृषि मंत्री के रूप में कार्य करते हुए, उन्होंने जमींदारी व्यवस्था को खत्म करने में यूपी का नेतृत्व किया। छोटे से कार्यकाल में ही उन्होेंने किसानों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए सार्वजनिक निवेश करवाया। उन्होंने छोटे और सीमांत किसानों के मुद्दों को सबसे आगे लाने में अहम भूमिका निभाई। उनके सबसे लोकप्रिय उद्धरणों में से एक है: “सच्चा भारत अपने गांवों में बसता है।”

Kisan Diwas के अवसर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है

किसान दिवस के दिन विभिन्न कार्यक्रमों जैसे वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनों, कार्यशालाओं और निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इस दिन, भारतीय अर्थव्यवस्था में किसानों के जीवन और योगदान के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए देश भर में कई जागरूकता अभियान भी आयोजित किए जाते हैं।

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