Bulli Bai App मामले में मुख्य आरोपी Neeraj Bishnoi की गिरफ्तारी के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इसी केस को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO के DCP (केपीएस मल्होत्रा) KPS Malhotra ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि बुली बाई मामले के मास्टरमाइंड नीरज बिश्नोई से पूछताछ के दौरान ऐसे सबूत मिले जिससे हमें ओंकारेश्वर ठाकुर (Omkareshwar Thakur) को गिरफ़्तार करने में मदद मिली। जिसने सुल्ली डील्स ऐप के कोड लिखे थे उससे पूछताछ हो रही है, उसके लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच भी चल रही है।
बता दें कि IFSO ने Sulli Deals App के निर्माता और मास्टरमाइंड को मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के Indore से दबोचा है। वो मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने के लिए ट्विटर पर बनाए गए Trad-Group का भी सदस्य था।
Bulli bai app मामले में कहां तक पहुंची जांच?
बुल्ली बाई ऐप मामले की बात करे तो दिल्ली और मुंबई की पुलिस ने अभी तक इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। केस में सबसे पहले Mumbai Police की साइबर सेल ने बैंगलोर से एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र विशाल झा (Vishal Jha) को हिरासत में लिया था। जिसके बाद मंगलवार को मुंबई की Bandra Court ने उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
मंगलवार की ही सुबह मुंबई पुलिस ने एक महिला Shweta Singh को उत्तराखंड के उधमसिंहनगर से गिरफ्तार किया गया था। श्वेता की उम्र सिर्फ 18 साल है और वह इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी।
मुंबई पुलिस ने इसके बाद उत्तराखंड से एक और आरोपी मयंक रावत (Mayank Rawat) को भी गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल IFSO को बड़ी सफलता तब मिली थी जब उसने मुख्य आरोपी Neeraj Bishnoi को बुधवार रात को असम के जोरहाट जिले से गिरफ्तार किया था।
आईएफएसओ के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार Neeraj Bishnoi ने खुलासा किया है कि वो 15 साल की उम्र से वेबसाइट्स को हैक कर रहा है और नीरज ने दावा किया कि उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के स्कूलों और विश्वविद्यालयों की कई वेबसाइटों को हैक किया है। इसके बाद अब Sulli Deals App के Creator और Mastermind ओंकारेश्वर ठाकुर को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है।
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