Farooq Abdullah ने एक बार फिर से जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के लोगों को भड़काया है। श्रीनगर में नेशनल कांफ्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष ने कहा कि 11 महीने तक किसानों ने विरोध किया, 700 से ज्यादा किसानों (Farmers) की मौत हुई जब किसानों ने बलिदान दिया तो केंद्र को 3 कृषि बिलों को रद्द करना पड़ा। हमें अपने अधिकार वापस पाने के लिए इस तरह की कुर्बानी भी देनी पड़ सकती है।
अब्दुल्ला ने पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की जयंती के अवसर पर नेशनल कांफ्रेंस की युवा शाखा के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह याद रखें, हमने अनुच्छेद 370, 35-ए और राज्य का दर्जा वापस पाने का वादा किया है और हम कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं।
संसद सत्र के दौरान भी धारा 370 उठाने की मांग की थी
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान भी अब्दुल्ला ने कश्मीर में धारा 370 को वापस लाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि कश्मीर में सामान्य स्थिति लानी है, तो धारा 370 को बहाल करना होगा।
भारत-पाक समस्या का बस एक ही हल है, वो है बातचीत
भारत-पाक संबंधों पर बोलते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच दशकों से चली आ रही समस्या को खत्म करने का बस एक ही रास्ता है और वो है बातचीत।
इसके साथ ही अब्दुल्ला ने यह भी कहा था कि भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों में लंबे तनाव के कारण भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच भी संबंध तेजी से प्रभावित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा था कि वह भारत के साथ खड़े हैं। हो सकता है कि हम पाकिस्तान के हाथों मारे जाएंगे क्योंकि हम भारत के साथ हैं और हमारे पास भारत के साथ बने रहने के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
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