जहां एक ओर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को रिपोर्ट जारी कर ईस्ट एशिया में बढ़ते प्रदूषण स्तर पर चिंता जताई है। वहीं WHO ने भारत के संदर्भ में केंद्र सरकार की तरफ से चलाई गई उज्जवला योजना को सकारात्मक बताया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साउथ-ईस्ट एशिया के देशों की सरकारें प्रदूषण कम करने के लिए कोशिशें कर रही हैं। इसके चलते भारत सरकार ने 3 करोड़ 70 लाख गरीब महिलाओं को 2 साल के अंदर मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए हैं।

WHO की मानें तो दुनिया में वायु प्रदूषण से हर साल होने वाली 70 लाख मौतों में 24 लाख मौतें घरेलू और वातावरण के प्रदूषण की वजह से होती हैं।  साफ है कि लकड़ी के चूल्हे या प्रदूषण फैलाने वाले अन्य ईंधन विकल्पों पर खाना बनाना घरेलू वातावरण के प्रदूषित होने का बड़ा कारण हैं.

प्रधानमंत्री उज्जवला योजना?

साल 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘उज्जवला योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत अगले 3 साल में गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) रहने वाले 5 करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।

‘उज्जवला योजना’ के तहत गरीब महिलाओं को किफायती दर पर एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराया जाता है।  इससे इन महिलाओं को लकड़ी के चूल्हे या प्रदूषण फैलाने वाले अन्य ईंधन विकल्पों पर खाना पकाने से छुटकारा मिला है।

वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि ‘इसका उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है। इसी  उद्देश्य से महिलाओं को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।’

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