छत्तीसगढ़ के जशपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में स्थानीय कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में तब विवाद हो गया जब पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष पवन अग्रवाल को मंच से धक्का दे दिया गया और बोलने से रोक दिया गया। घटना के वक्त उन्होंने पार्टी नेता टीएस सिंह देव पर बोलना शुरू कर दिया था।
कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में मंच पर बवाल
जशपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन शुरू होते ही मंच पर बवाल मच गया। बवाल इस बात पर मचा कि कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल ने भाषण में प्रदेश के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर बोलना शुरू किया तो बीच में ही एक नेता ने उनसे माइका छीना और धक्का देते हुए मंच पर हंगामा शुरू कर दिया। 20 मिनट तक मंच पर यह सारा बवाल राज्य के दौरे पर आए राष्ट्रीय महासचिव सप्तगिरि शंकर उल्का और जिले के दोनों विधायकों के सामने हुआ।
धक्का-मुक्की के बाद हुआ हंगामा
दरअसल, कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन जशपुर जिला मुख्यालय में रखा गया था जहां मंच पर कार्यकर्ताओं की बातें सुनी जा रही थीं। पूर्व जिलाध्यक्ष पवन अग्रवाल भाषण दे रहे थे। भाषण में उन्होंने पार्टी की ओर से उनकी की गई उपेक्षा का जिक्र करना शुरू कर दिया और टीएस सिंहदेव के बारे में बोलने लगे तभी अचानक कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष इफ्तिखार हसन उन्हें मंच पर ही समझाने पहुंच गए और इसी बीच दोनों के बीच धक्का मुक्की शुरू हो गयी और लगभग 20 मिनट तक हंगामा होता रहा।
सीएम बघेल ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं इस मामले में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सागर यादव से संपर्क करने कोशिश की गई लेकिन उनके द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई। मामले पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, ‘ पार्टी के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने सब कुछ स्पष्ट किया है, उसके बाद बार-बार सवाल उठाकर माहौल खराब नहीं करना चाहिए। घटना को टाला जा सकता था। यह दुर्भाग्यपूर्ण था, ऐसा नहीं होना चाहिए था।’
मामले पर पवन अग्रवाल ने कहा कि टीएस सिंह देव ने 2.5 साल (सीएम बनने के लिए) इंतजार किया और अब भूपेश बघेल को अपनी सीट खाली करनी होगी। जब यहां कांग्रेस की सरकार नहीं थी, तब देव और बघेल ने साथ काम किया था। उन्हीं की बदौलत कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई है। जब मैं यह कह रहा था तो कुनकुरी विधायक के लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया।