Lucknow Mahapanchayat से पहले किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि वो सरकार से कई अन्य मुद्दों पर भी बात करना चाहते हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) को बर्खास्त किया जाए। MSP पर क़ानून बनाओ। 750 किसानों की मृत्यु हुई उनका ध्यान रखा जाए। दूध (Milk) के लिए भी एक नीति आ रही है उसके भी हम ख़िलाफ़ है, बीज क़ानून भी है। इन सब पर बातचीत करना चाहते हैं।
सरकार के फैसले को बनावटी बताया था
तीनों कृषि कानून (3 Farm Law) के खिलाफ पिछले एक साल से दिल्ली की दहलीज पर आंदोलन कर रहे किसानों की बात को मानते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 19 नवंबर को तीनों कानूनों को रद्द करने की घोषण की थी। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक आंदोलन के कारण सरकार ने किसी कानून को रद्द किया है। देश वासियों से क्षमा मांगते हुए पीएम मोदी ने बिल वापसी की घोषणा की थी। पीएम के क्षमा से भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत (Bharatiya Kisan Union Spoke Person Rakesh Singh Tikait) पिघलते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।
MSP नहीं आंदोलन वहीं
राकेश सिंह टिकैत ने सरकार के फैसले को बनावटी बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार जिन कृषि सुधारों की बात कर रही है वह नकली है बनावटी है। उन्होंने ट्वीट कर हमला बोलते हुए लिखा, सरकार द्वारा जिन कृषि सुधारो की बात की जा रही है। वह नकली व बनावटी है इन सुधारो से किसानों की बदहाली रुकने वाली नही है कृषि व किसान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा।
इस ट्वीट के साथ टिकैत ने आंदोलन को नाया नारा दिया है। उन्होंने कहा कि MSP नहीं तो आंदोलन वहीं। टिकैत केंद्र सरकार पर वार करने से रुक नहीं रहे हैं। वे पीएम मोदी की मनसा पर भी सवाल उठा चुके हैं।
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