केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा है। उन्होंने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री पर उस बयान के लिए निशाना साधा, जिसमें अखिलेश यादव ने कहा था कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे समाजवादी पार्टी की देन है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अखिलेश यादव ने ग़लत कहा है उन्हें कहना चाहिए था उत्तर प्रदेश की धरती उनके परिवार ने बनाई है। उनकी मेहरबानी से उत्तर प्रदेश के लोग धरती पर चल रहे हैं। इन्हें कांग्रेस की बीमारी लग गई है।’
इससे पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘फ़ीता आया लखनऊ से और नयी दिल्ली से कैंची आई। सपा के काम का श्रेय लेने को मची है ‘खिचम-खिंचाई। आशा है अब तक अकेले में बैठकर लखनऊवालों ने ‘समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ की लंबाई का आँकड़ा रट लिया होगा। सपा ‘बहुरंगी पुष्पवर्षा’ से इसका उद्घाटन करके एकरंगी सोचवालों को जवाब देगी।’
उन्होंने कहा, ‘एक तस्वीर इतिहास के पन्नों से : जब समाजवादियों ने किया था, पूर्वांचल के आधुनिक भविष्य के मार्ग का शिलान्यास। जिसने उप्र व पूर्वांचल के विकास का नक़्शा खींचा वो बीता कल हमारा था और अब ‘नव उप्र’ के लक्ष्य को लेकर चल रहा कल भी हमारा ही होगा… यूपी का विकास होगा, बाइस में बदलाव होगा। कुछ लोगों अपना राज बस ऐसे ही गुज़ारते हैं,‘दूसरों’ की पट्टी पर अपना जहाज़ उतारते हैं! यही नारा आज का, नहीं चाहिए भाजपा।’
यूपी के 9 जिलों से होते हुए लखनऊ-गाजीपुर को जोड़ेगा एक्सप्रेसवे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ जिले के गोसाईंगंज के पास चांद सराय गांव को गाजीपुर जिले के एनएच-31 पर स्थित हैदरिया गांव से जोड़ेगा। इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) द्वारा बनाया जा रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों यानी (पश्चिम से पूर्व की ओर) लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की आधारशिला 14 जुलाई 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को वाराणसी-आजमगढ़ हाईवे से अलग लिंक रोड के जरिए जोड़ा जाना है। UPEIDA गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का भी निर्माण कर रहा है, जो गोरखपुर जिले के जैतपुर गाँव को आजमगढ़ जिले के सलारपुर गाँव में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा।
दिल्ली और बिहार को जोड़ने में भी मिलेगी मदद
17 किमी लंबी, 4-लेन चौड़ी बक्सर-गाजीपुर एलिवेटेड रोड (बक्सर में भरौली से गाजीपुर में हैदरिया तक) के पूरा होने पर, उत्तर प्रदेश में लखनऊ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और NH-922 द्वारा बिहार के आरा और पटना से सीधे जुड़ जाएगा।
वायु सेना के विमानों के लिए आपातकालीन रनवे
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का भी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए एक आपातकालीन रनवे के रूप में उपयोग किया जाएगा।
सरकार को उम्मीद है कि इस एक्सप्रेस-वे से टोल के रूप में उसे सालाना 202 करोड़ रुपये मिलेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का कुल परियोजना मूल्य 22,494 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण की लागत भी शामिल है।