”…बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय…” आखिर क्यों निराश हैं Harish Rawat?

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Harish Rawat, Congress,BJP
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री Harish Rawat

Harish Rawat: Uttrakhand Assembly Elections से पहले Congress में एक बार फिर विवाद देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री Harish Rawat ने एक के बाद एक ट्वीट कर अपने आप को निराश बताया है। उन्होंने लिखा है कि चुनाव रूपी समुद्र है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा है। अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है।

सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है!

फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है “न दैन्यं न पलायनम्” बड़ी उपापोह की स्थिति में हूंँ, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान_केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।

Harish Rawat को मिलता रहा है आलाकमान का साथ

Harish Rawat
Harish Rawat can be removed from the post of Punjab Congress in-charge.

बताते चलें कि कांग्रेस आलाकमान हमेशा से उत्तराखंड की राजनीति में Harish Rawat को तरजीह देती रही है। हाल ही में उन्हें चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है और उनके करीबी माने जाने वाले गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख भी बनाया था। लेकिन फिर भी उनकी तरफ से उठाए जा रहे सवाल को लेकर राजनीतिक अटकलों का दौर तेज हो गया है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह विवाद के बाद पंजाब प्रभारी का पद छोड़ दिया था

Punjab Congress में विवादों के बाद पंजाब प्रभारी Harish Rawat ने पद छोड़ने की पेशकश की थी। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पार्टी आलाकमान को उन्हें उत्तराखंड(Uttarakhand) में समय देने के लिए पद मुक्त करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि मैं उत्तराखंड को पूर्ण रूप से समर्पित रह सकूं। इसलिए पंजाब में जो मेरा वर्तमान दायित्व है, उस दायित्व से मुझे अब मुक्त कर दिया जाय। आज्ञा पार्टी नेतृत्व की, विनती हरीश रावत की। “जय कांग्रेस पार्टी”।

रावत ने अन्य ट्वीट में लिखा था कि मैं आज एक बड़ी उपापोह से उबर पाया हूंँ। एक तरफ जन्मभूमि के लिए मेरा कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्म भूमि पंजाब के लिए मेरी सेवाएं हैं, स्थितियां जटिलत्तर होती जा रही हैं। क्योंकि ज्यौं-जयौं चुनाव आएंगे, दोनों जगह व्यक्ति को पूर्ण समय देना पड़ेगा। मैं, पंजाब कांग्रेस और पंजाब के लोगों का बहुत आभारी हूंँ कि उन्होंने मुझे निरंतर आशीर्वाद और नैतिक समर्थन दिया। संतों, गुरुओं की भूमि, नानक देव जी व गुरु गोविंद सिंह जी की भूमि से मेरा गहरा भावात्मक लगाव है।मैंने निश्चय किया है कि, लीडरशिप से प्रार्थना करूं कि अगले कुछ महीने उत्तराखंड के लिए पूर्ण समर्पित रहूं।

कांग्रेस की उत्तराखंड में हुई थी रैली

बताते चलें कि कुछ ही दिन पहले कांग्रेस की तरफ से एक रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी हिस्सा लिया था।

Harish Chaudhary को मिला था Harish Rawat की जगह

राजस्थान (Rajasthan) के राजस्व मंत्री और AICC सचिव हरीश चौधरी ने एआईसीसी महासचिव और उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) का स्थान लिया है। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने राज्य के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्‍यमंत्री समेत कई मंत्रियों को बदला था।  

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