चीन भले ही आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की बात करता हो लेकिन आतंकवाद को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने वाले देश पाकिस्तान के साथ चीन का दोस्ताना भी दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अब चीन पाकिस्तान के अंदर अपना सैन्य बेस स्थापित कर सकता है।

अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की एक रिपोर्ट में इस बात की संभावना जताई गई है। पेंटागन ने मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी करके कहा कि चीन पाकिस्तान में सैन्य अभ्यास के मकसद से एक सैन्य बेस स्थापित कर सकता है।

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इन दिनों विदेशों में अपने सैन्य अड्डे स्थापित करने पर जोर दे रहा है। फिलहाल चीन अफ्रीकी देश जिबूती में अपने नेवी बेस स्थापित कर रहा है और अब ख़बर है कि पाकिस्तान में भी चीनी सैन्य बेस बनाने की संभवाना है।

पेंटागन के अनुसार चीन ऐसे देशों में अपना सैन्य शिविर खोलना चाहेगा जिन देशों से उसकी मित्रता काफी पुरानी है और समान सामरिक हित जुड़े रहे हैं। चीन पहली बार जिबूती में अपना नेवी बेस बना रहा है। जिबूती सामरिक दृष्टि से काफी अहम है, हिंद महासागर के दक्षिण-पश्चिमी मुहाने पर जिबूती में चीन की स्थिति से भारत पहले से ही चिंतित है, क्योंकि यह भी चीन की ‘पर्ल ऑफ स्ट्रिंग’ योजना का ही हिस्सा है। इस योजना के तहत महासागर के चारों ओर चीन की मिलिट्री एलायंस और बेस स्थापित करने की योजना है।

जिबूती में नेवी बेस के बाद अगर चीन पाकिस्तान में सैन्य बेस स्थापित करता है तो जाहिर सी बात कि भारत की मुश्किलों में इजाफा भी होने वाला है। अगर चीन ऐसा करता है, तो भारत की सामरिक चुनौतियां बढ़ने की आशंका है।

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