अमेरिका की मध्यस्थता में आयोजित होने वाला भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ चार पक्षीय बैठक को लेकर चीन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बीजिंग को उम्मीद है कि इससे तीसरे पक्ष (चीन)का हित प्रभावित नहीं होगा या उसे निशाना नहीं बनाया जाएगा। बता दें कि भारतीय विदेश विभाग ने पिछले महीने कहा था कि अमरीका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ कम समय में कामकाजी स्तर की चार पक्षीय बैठक पर विचार कर रहा है। हालांकि, चीन ने प्रस्ताव को क्षेत्र में उसके प्रभाव से मुकाबला करने के प्रयास के तौर पर देखा था।

इस प्रस्ताव को लेकर भारत साकारात्मक प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि कि “समान अभिरुचि के साथ प्रासंगिक एजेंडे पर काम करने वाले देशों के साथ वह खुले मन से सहयोग करने को तैयार है।” वहीं  चीन के विदेश मंत्री ने कहा है कि ऐसी व्यवस्था से क्षेत्र के देशों के बीच आपस में भरोसा कायम होगा और चीन के हितों को कोई हानि नहीं पहुंचेगी।

चीनी विदेश मंत्रालय ने उम्मीद जताते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था से देशों के बीच आपसी भरोसा बढ़ेगा और उसका हित प्रभावित नहीं होगा। मंत्रालय ने एक लिखित जवाब में कहा, ‘‘चीन को उम्मीद है कि संबंधित देशों के बीच तालमेल समय की प्रवृत्ति को अपनाएगा, जिसका संदर्भ शांति, विकास और सहयोग तथा साझा फायदे से है। ’’

इसमें कहा गया, ‘‘हमें उम्मीद है कि देशों और क्षेत्रों के बीच आपसी भरोसा बेहतर करने में यह फायदेमंद होगा, साथ ही तीसरे पक्ष के हित को निशाना बनाए बिना या प्रभावित किए बिना इलाके के भीतर अमन-चैन, समृद्धि की हिफाजत और उसे बढ़ावा देगा। ’’

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते दक्षिण व मध्य एशिया मामलों की कार्यवाहक सहायक सचिव एलिस वेल्स ने कहा था कि अमेरिका जल्द ही कार्यस्तर का एक चतुष्पक्षीय सम्मेलन करने जा रहा है। पिछले महीने भारत दौरे पर आए अमेरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने कथित तौर भारत से चीन के बेल्ट व रोड परियोजनाओं के विकल्प के रूप सड़कों व राजमार्गो का नेटवर्ग बनाने के संबंध में बातचीत की थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here