पाकिस्तान की झूठी बयानबाजी का पता भारत को तो पहले से ही था। लेकिन अब अन्य देश भी यह जानने लगे हैं कि पाकिस्तान किस तरह झूठी बयानबाजी करके अपने को साफ-पाक बनाया रहता है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के विरोध मे झूठी तस्वीर दिखाकर पाकिस्तान की असलियत सबके सामने आ गई थी। वहीं अब अमेरिका ने भी यह महसूस कर लिया है कि पाकिस्तान किस तरह दूसरों को भ्रम में ऱखता है। दरअसल, पाक के दावे को खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा है कि हाल में छुड़ाए गए अमेरिकी-कनाडाई दंपति को पिछले पांच साल से पाकिस्तान में ही रखा गया था। जबकि पाकिस्तान इस बात से इंकार करता आया है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के प्रमुख माइक पोमपेओ ने कहा कि अफगानिस्तान में आतंकवादियों के हाथों बंधक बनाए गए अमेरिकी-कनाडाई दंपति को अपहरणकर्ताओं ने पांच साल तक पाकिस्तान में ही रखा। अमेरिकी सीआईए के प्रमुख के इस खुलासे से पाकिस्तानी सेना को बडा झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तनी सेना अभी तक इस बात से मुकर रही थी कि आतंकियों ने उसके मुल्क में इस जोडे को छिपा रखा था। पाकिस्तानी सेना का दावा यही था कि पाक में प्रवेश करने से पहले ही दोनों को रिहा करा लिया गया था।
आतंकियों के कब्जे से रिहाई के बाद ट्रंप प्रशासन ने नाटकीय अंदाज में पाकिस्तान में ड्रोन हमलों को तेज किया है। 2010 के बाद से ही इतने ज्यादा और तीव्रता वाले ड्रोन हमले नहीं हो रहे थे लेकिन अब पहले जैसे हमले फिर शुरू हो गए हैं। ऐसे में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि दोनों देशों के बीच भीतरी रूप से कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।