अमेरिका में बचावकर्मी तूफान हार्वे से अमेरिका का बड़ा नुकसान हुआ है। वहीं चक्रवाती तूफान हार्वे का असर कम होने के साथ ही राहत एवं बचाव अभियान की रफ्तार बढ़ा दी गई है।

बता दें कि टेक्सास में तूफान और बाढ़ की वजह से अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है। वाइट हाउस की मानें तो ह्यूस्टन में एक लाख घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं राज्य के आंकड़ों के अनुसार यह संख्या 1.85 लाख है। करीब 35 हजार घरों में बिजली नहीं है। अमेरिका के इतिहास में यह सबसे भयानक प्राकृतिक आपदा है और इससे संबंधित राहत एवं पुनर्वास पर 190 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है।

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पत्नी मेलानिया ट्रंप ने शुक्रवार को ह्यूस्टन जाकर तूफान से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। ट्रंप का तूफान के बाद टेक्सास के इस शहर का यह दूसरा दौरा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को ‘नेशनल डे ऑफ प्रेयर फॉर टेक्सास’ घोषित करने को कहा है।

वहीं इस भारी तबाही को देखते हुए व्हाइट हाउस ने कांग्रेस को पत्र लिखकर शुरुआत में 7.9 अरब डॉलर (44,039 करोड़ रुपये) जारी करने का आग्रह किया है, ताकि बचाव अभियान में तेजी लाई जा सके। बाद में 6.7 अरब डॉलर (42,762 करोड़ रुपये) जारी करने की बात कही गई है। व्हाइट हाउस के बजट मामलों के प्रमुख मिक मलवेनी ने कहा, ‘लगातार तेज हवा, ऊंची लहरें और विनाशकारी बारिश के कारण अप्रत्याशित बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। एक लाख से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।’

उधर सरकार के अलावा अमेरिकी उद्योग जगत ने भी बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए मदद का हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया है। यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के आकलन के मुताबिक 52 कंपनियों ने 10-10 लाख डॉलर (6.38 करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद देने का वादा किया है। यह सिलसिला लगातार जारी है। डेल के संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मूल रूप से ह्यूस्टन के रहने वाले माइकल डेल ने 3.60 करोड़ डॉलर (229 करोड़ रुपये) देने की बात कही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here