अफगानिस्तान में चारों तरफ तालिबान का कब्जा है। हर तरफ उनकी सेना का राज है लोगों के भीतर बंदूकतंत्र का खौफ है। लोग देश छोड़कर अन्य देशों में शरण लेने के लिए मजबूर हैं। अफगानिस्तान में तालिबान का इसकदर आतंक है कि लोग जान बचाने के लिए विमान के पहिए पर लटक के भाग रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अपने देश को बचाने के लिए अफगानिस्तान की जनता उठ खड़ी हो गई है। वहां की जनता तालिबानियों से टक्कर लेने में पीछे नहीं हट रही है।

अफगानिस्तान का इकलौता इलाका जो कि तालिबान के कब्जे से बाहर है वो पंजशीर है। इस प्रांत को बचाए रखने के लिए वहां की लोग लगातार संघर्ष कर रही है। खबर है कि तालिबानी आंतकी पंजशीर को हथियाने के लिए इलाके की तरफ बढ़ रहे हैं। जनता यहां पर घात लगातर तालिबानियों पर हमला कर रही है। अब तक तीन सौ तालिबानियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। इससे पहले बागलान के जबल-ए-सिराज में भी 300 से ज्यादा तालिबानियों को मारने का दावा किया जा रहा है।

तालिबान के आतंकी पंजशीर की तरफ बढ़ रहे हैं इस पर कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह ने इसे तालिबान का आत्मघाती कदम बताया है। सालेह का दावा है कि पंजशीर की तरफ जाने वाले सलांग हाइवे को बंद कर दिया गया है।

बता दें कि, अमेरिका और अन्य नाटो देशों की सेनाओं ने अफगानिस्तान को लगभग छोड़ दिया है, लेकिन अभी रेस्क्यू मिशन के कारण बड़ी संख्या में इन देशों के सैनिक काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। इस बीच अब तालिबान ने अमेरिका को खुली धमकी दे दी है।

तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने कतर में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि अमेरिका अगर अपने सैनिकों को बुलाने में देरी करता है तो उसे उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। तालिबान ने सेना को बुलाने के लिए 31 अगस्त आखिरी तारीख दी है।

तालिबान ने यह धमकी ऐसे समय पर दी है जब वो खुद दुनिया से लोगों को सुरक्षा देने की बात कह रहा है। तालिबान कह रहा है यहां पर एम्बेसी चलती रहेगी किसी को कोई खतरा नहीं है। वहीं दूसरी तरफ विश्व की राजधानी अमेरिका को धमकी भी दे रहा है।

आपको बता दें कि अमेरिका (America) ने पहले कहा था कि वो 31 अगस्त तक रेस्क्यू मिशन को पूरा करके अपने सैनिकों को वापस बुला लेंगे। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बाद में बयान दिया था कि अगर मिशन पूरा नहीं होता है तो अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में रुक सकते हैं।

वहीं काबुल एयरपोर्ट पर हालात अभी भी काफी खराब हैं। वहां पर सोमवार को फिर गोलाबारी हुई है। इस हमले में एक अफगानी सैनिक की मौत हो गई है। कई अफगानी जनता बुरी तरह से घायल बताई जा रही है। एक अज्ञात हमलावर ने एयरपोर्ट पर फायरिंग कर दी है। जानकारी के मुताबिक, गोलीबारी में तीन सैनिक घायल भी हुए हैं। जर्मनी की सेना द्वारा इस घटना को ट्विटर पर कन्फर्म भी किया गया है।

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