क्या है YO-YO टेस्ट? जो Sri Lanka क्रिकेट टीम में चयन के लिए बन गया है जरूरी

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SRI LANKA
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Sri Lanka बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों को लेकर ज्यादा सख्त हो गई है। बोर्ड ने खिलाड़ियों की फिटनेस का पैमाना सेट किया है। श्रीलंका के नई गाइडलाइन के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी यो-यो टेस्ट के दौरान 2 किलोमीटर दौड़ने के 8.55 मिनट से अधिक का समय लेता है तो उसका चयन टीम में नहीं किया जाएगा। अगर कोई खिलाड़ी यो-यो टेस्ट के दौरान 8.35 से 8.55 मिनट के बीच 2 किलोमीटर पूरा करता है तो उसकी सैलरी काटी जाएगी पर टीम में ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।

Sri Lanka टीम में चयन के लिए YO-YO टेस्ट का पैमाना

Sri Lanka क्रिकेट बोर्ड ने यो-यो टेस्ट का भी यही पैमाना बनाया है। यो-यो टेस्ट में श्रीलंका के खिलाड़ियों को 2 किलोमीटर की रेस में भाग लेना होगा। पहला फिटनेस टेस्ट 7 जनवरी को होगा, जिसमें सभी खिलाड़ियों को हिस्सा लेना होगा। इसके अलावा महीने में कभी भी खिलाड़ियों की टेस्टिंग हो सकती है।

Sri Lnaka टीम के नए कंसल्टेंट कोच बने महेला जयवर्धने

mahela jayawardena
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Sri Lanka के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज Mahela Jayawardena को श्रीलंका टीम ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जयवर्धन को श्रीलंका क्रिकेट का कंसलटेंट कोच बनाया गया है। उनका कॉन्ट्रेक्ट फिलहाल तो एक का है। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कहा कि पूर्व कप्तान जयवर्धने को एक जनवरी 2022 से एक साल के लिए अपनी नेशनल क्रिकेट टीम का सलाहकार कोच नियुक्त किया है। जयवर्धने को हाल में यूएई में समाप्त हुए आईसीसी टी20 विश्व कप के लिए श्रीलंका का सलाहकार नियुक्त किया गया था। 

क्या है YO-YO टेस्ट

YO-YO टेस्ट एक ऐसा टेस्ट होता है जिसका इस्तेमाल खिलाड़ी या एथिलीट की फिटनेस को साबित करने के लिए किया जाता है। दुनिया में इस टेस्ट का इस्तेमाल सबसे पहले फुटबॉल में किया गया था। इसके बाद इसका इस्तेमाल हॉकी में और अब इसका इस्तेमाल क्रिकेट में भी किया जाता है। क्रिकेट में सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया ने इसका इस्तेमाल किया था। अब लगभग सभी क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए इस टेस्ट का इस्तेमाल करती है। कई टीमों में यो-यो टेस्ट अनिवार्य हो गया है।

क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेलने के लिए बेहतर फिटनेस की जरूरत है। अगर आप फिट नहीं हैं तो मैदान पर अपना बेहतर खेल नहीं दिखा सकते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों को पहले यो-यो टेस्ट देना होता है और अगर खिलाड़ी इस टेस्ट में पास होता है तभी वो टीम की तरफ से खेल पाता है।

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