कौन हैं Freshworks के Founder Girish Matrubootham जिन्‍होंने कर्मचारियों को एक झटके में बना दिया करोड़पति

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बिजनेस सॉफ्टवेयर फर्म फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) के कर्मचारी रातोंरात करोड़पति हो गए हैं, फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) चेन्नई की एक आईटी कंपनी है।

बिजनेस सॉफ्टवेयर फर्म फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) के कर्मचारी रातोंरात करोड़पति हो गए हैं, फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) चेन्नई की एक आईटी कंपनी है। कंपनी ने अपने 500 से ज्यादा कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया है। भारत की एक स्टार्टअप कंपनी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है।
कंपनी के फाउंडर और सीईओ Girish Mathrubootham ने कहा था कि वो कर्मचारियों का काम पर रखने के लिए बीएमडब्ल्यू का ऑफर देने मे यकीन नहीं करते, बल्कि वो चाहते हैं कि कंपनी का हरेक कर्मचारी खुद के पैसे से बीएमडब्ल्यू खरीदे।

कंपनी का मार्केट कैप 12 अरब डॉलर के ऊपर पहुंचा

दरअसल बिजनस सॉफ्टवेयर फर्म फ्रेशवर्क्स इंक (Freshworks Inc) के बुधवार को अमेरिकी एक्सचेंज नैसडैक (Nasdaq) पर एंट्री करते ही कंपनी ने अपने 500 कर्मचारियों को करोड़पति बना दिया। खास बात यह है कि इसमें से 70 की उम्र 30 से कम है। यह नैसडैक में लिस्ट होने वाली भारत की पहली कंपनी है। कंपनी का मार्केट कैप 12 अरब डॉलर के ऊपर पहुंच गया है।

Girish Matrubootham कर्मचारियों को देते हैं सफलता का श्रेय

Girish Matrubootham बिजनेस परिवार से नहीं आते, उनके पिता बैंक जॉब में थे। उन्होंने शुरूआत में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम किया। वे कहते हैं कि मैं खुद जॉब कर चुका हूं, इसलिए मैं कर्मचारियों के सपनों को अच्छी तरह समझ सकता हूं। मैंने खुद के लिए बीएमडब्ल्यू खरीदने के लिए यह कंपनी शुरू नहीं की, बल्कि मेरा सपना था कि मेरी कंपनी के हर कर्मचारी के पास उसका खुद का बीएमडब्ल्यू हो। सफलता का श्रेय अपने कर्मचारियों को देते हुए वे कहते हैं कि कर्मचारियों ने खुद को कंपनी में निवेश किया और भरोसा जताया, जिसके बदौलत आज हम इस मुकाम पर हैं। फ्रेशवर्क्स को बनाने हर कर्मचारी की भूमिका है और हम सब इसे मिलकर बना रहे हैं।

2010 में हुई थी शुरुआत, सफलता पर था संदेह

Girish Matrubootham ने तंजौर की Sastra Deemed University से ग्रेजुएशन करने के बाद जोहो (ZOHO) में काम किया। फिर Girish Matrubootham और शान कृष्णसामी ने क्लाउड बेस्ड कस्टमर सर्विस सॉफ्टवेयर पर काम शुरू किया। फ्रेशवर्क्स की स्थापना 2010 में हुई, तब तक दुनिया में कई और कंपनियां इस सेक्टर में उतर चुकी थीं। ऐसे में कंपनी की सफलता को लेकर तब संदेह था, लेकिन कंपनी ने अपनी स्थापना का बाद लगातार तरक्की की।

FreshworksInc
Team Freshworks

कंपनी की स्थापना के समय कंपनी में सिर्फ 6 कर्मचारी थे। फ्रेशवर्क्स की मेहनत रंग लाई और यह स्टार्टअप कंपनी इंटरनेशनल हो गर्ई। कंपनी के वैश्विक स्तर पर 200 से ज्यादा छोटे और मझोले कस्टमर हैं। कंपनी को पहली फंडिंग 2011 में मिला। इसमें Accel ने 10 लाख डॉलर का निवेश किया, जिसके बाद कंपनी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कंपनी के पास फिलहाल Accel, Tiger Global और Sequoia जैसे निवेशक हैं। इस सफलता के बाद कंपनी ने अपने प्रॉडक्ट रेंज का विस्तार किया और सेल्स और सीआरएम को भी जोड़ा। सालों की मेहनत के बाद 2021 में इसका एन्युअल रिकरिंग रेवेन्यू 49 फीसदी तेजी के साथ 30 करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया।

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‘रेडी टू गो’ सॉफ्टवेयर्स बनाती है

फ्रेशवर्क्स साफ्टवेयर्स में डील करती है। बिजनेस सॉफ्टवेयर्स काफी महंगे और इस्‍तेमाल में काफी कठीन हैं, ऐसे में फ्रेशवर्क्स ने ‘रेडी टू गो’ सॉफ्टवेयर बनाया, जो इस्तेमाल मे काफी आसान है। कंपनी ने अपने कस्टमर्स की सुविधा के लिए कस्टमर केयर कॉल सपोर्ट भी बनाया है, जहां तमाम जानकारियां मिल सकती हैं।

इन देशों में है ऑफिस

पेरिस, नीदरलैंड्स और फ्रांस जैसे देशों में कंपनी के ऑफिस हैं। फ्रेशवर्क्स में स्टीडव्यू कैपिटल, एस्सेल, कैपिटल जी, सिकोया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट जैसी कंपनियों ने बड़े स्तर पर निवेश किया है।

रजनीकांत के फैन हैं Girish Matrubootham

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Rajnikant के साथ Girish Matrubootham

Girish Matrubootham को साउथ की फिल्में काफी पसंद हैं और वो सुपरस्टार रजनीकांत के फैन हैं। रजनीकांत की जब भी कोई फिल्म रिलीज होती है तो वो अपने कर्मचारियों के लिए पूरा हॉल बुक करा देते हैं। उन्होंने अपने आईपीओ का नाम प्रोजेक्ट सुपरस्टार रखा था। फिलहाल वह अमेरिका में अपना बिजनेस बढ़ा रहे हैं, लेकिन साउथ फिल्मों और खासकर रजनीकांत के लिए उनकी दीवानगी कम नहीं हुई।

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