रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) कल यानी कि 6 दिसंबर को छह घंटे के लिए भारत दौरे पर आएंगे। पुतिन के स्वागत के लिए भारत में तैयारियां पूरी कर ली गईं हैं। वे महज छह घंटे के लिए भारत दौरे पर आ रहे हैं लेकिन यह समय काफी अहम माना जा रहा है। राष्ट्रपति सोमवार की शाम को नई दिल्ली पहुंच रहे हैं। वे वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद वापस लौट जाएंगे। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ बैठक में द्विपक्षीय संबंध केंद्र में रहेंगे, जिनमें एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलिवरी और कई रक्षा सौदों पर चर्चा हो सकती है।
S-400 मिसाइल पर डील
रूस भारत की अमेरिका के साथ बढ़ती नजदीकियों पर नजर बनाए हुए है। राष्ट्रपति भारत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के क्वॉड गठजोड़ की भी आलोचना कर चुके हैं। इसके साथ ही भारत और रूस भारत-प्रशांत क्षेत्र और इसके कई आयाम पर अलग-अलग नज़र आते हैं, इस बैठक के दौरान इस मुद्दे पर भी नज़र रहेगी।
भारत रूस से सुपर एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम S-500 या S-500 SAM खरीद सकता है। यह S-400 मिसाइल डिफेंस से भी बहुत ज्यादा खतरनाक है, जिसकी डिलीवरी भारत को शुरू हो चुकी है। इसपर भी चर्चा हो सकती है।
सुरक्षा के लिहाज से अहम है दौरा
बता दें कि शिखर वार्ता के मद्देनजर भारत ने अमेठी के कोरवा में 5 लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल्स के विनिर्माण के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये के लंबित एके 203 कलाश्निकोव राइफल्स समझौते को मंजूरी दे दी है। दोनों पक्षों के साजोसामान सहयोग समझौते के लिए बातचीत के अंतिम चरण को भी पूरा करने की संभावना है।
इस बैठक में भारत और रूस कई अहम मुद्दों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
शिखर वार्ता सुरक्षा क्षेत्र के लिहाज से कफी अहम मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, भारत, रूस को विभिन्न क्षेत्रीय घटनाक्रम पर अपनी चिंताओं के साथ ही पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद पर अपना रुख भी बता सकता है।
यह भी पढ़ें:
Indonesia के सबसे बड़े ज्वालामुखी में विस्फोट, 13 लोगों की मौत, 41 घायल
Pakistan में मारे गए Srilankan नागरिक की पत्नी ने मांगा इंसाफ बोलीं- ‘मेरे पति बेगुनाह थे।