राजस्थान के अलवर में कुछ हिन्दू कार्यकर्ताओं की शिकायत पर बिना किसी कारण के एक मुस्लिम परिवार से उनकी गायें छिन ली गई। एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक सुब्बा खान ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने गोरक्षकों के कहने पर उनकी 51 गायें जबरदस्ती छीनकर गौशाला को दे दीं।
सुब्बा खान (45) का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने गोरक्षकों के कहने पर उनकी 51 गायें जबरदस्ती छीनकर गौशाला को दे दीं और अब उन्हें वापस पाने के लिए वह एसडीएम ऑफिस और पुलिस स्टेशन के चक्कर काट रहा है। हालांकि अभी तक उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही।
दरअसल सुब्बा रोजाना करीब 100 किलो से अधिक गाय का दूध बेचता है और गायों को पहाड़ों में चराने ले जाता है। 3 अक्टूबर को अचानक पुलिस आकर उनके गायों को ले गई। जबरदस्ती गौशाला पहुंचाई गई गायों में से एक भागकर वापस आ गई है। अब सुब्बा के परिवार के पास एक गाय और 20 बछड़े-बछड़ियां हैं।
बारह दिन बाद भी इस मामले में सुब्बा की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दुधारू गायों के बछड़े-बछड़ियां दूध नहीं मिलने की वजह से भूखे-प्यासे तड़प रहे हैं। वहीं गायें भी गौशाला में बिना बछड़ों के रंभा रही हैं। खान के घर में मौजूद करीब 17 बछड़ों को मजबूरी में बोतल से दूध पिलाना पड़ रहा है।
वहीं पुलिस का कहना है कि इसमें उनका कोई हाथ नहीं है। पुलिस का कहना है कि स्थानीय लोग ही गायों को ले गए थे। अलवर के एसपी का कहना है कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है।
जिला पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने बताया कि सुब्बा को जबरन गौतस्कर साबित करने की कोशिश की जा रही है। प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।