UP Election 2022 के लिये राजनैतिक दल तमाम तरह के तामझाम फैलाने लगे हैं। बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे को एक बार फिर से गरमाने में जुट गई है। वहीं सपा अपने एमवाई समीकरण को सुलाझाने की कवायद में जुटी हुई है।
इसी क्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा किये गये एक ट्वीट ने सत्ता के गलियारों में हलचल मचा दी है। केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को एक ट्वीट किया, ‘अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है… मथुरा की तैयारी है’।
मौर्य के इस ट्वीट के बाद यूपी के गली-नुक्कड़ पर इस ट्वीट को लेकर बहस शुरू हो गई है कि क्या बीजेपी 90 के दशक के अपने पुराने तेवर में लौट रही है।
काशी विश्वनाथ परिसर को मोदी सरकार ने भव्य स्वरूप दिया है
कुछ हलकों में यह कहा भी जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य के बाद मथुरा जन्मभूमि का विवादित प्रकरण उठाया जा सकता है। जहां तक काशी विश्वनाथ का सवाल है तो वहां भी मोदी सरकार ने पूरे परिसर को भव्य रूप दे दिया है।
दरअसल काशी और मथुरा का विवाद हालिया तौर पर तब तूल पकड़ने लगा जब राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य जगदगुरु वासुदेवानंद सरस्वती ने यह बयान दिया था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। उसके बाद काशी विश्वनाथ और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा।
केशव प्रसाद मौर्य का ट्वीट यूपी के चुनावी माहौल में विवाद खड़ा करने के लिए काफी है
इसी संदर्भ में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का यह ट्वीट यूपी के इस चुनावी माहौल में बवाल करने के लिए काफी है। यह बात केशव प्रसाद मौर्य भी अच्छे से जानते हैं कि विपक्षी दल खासकर सपा औप बसपा इस मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए उनके ट्वीट की निंदा करेंगी और इससे हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण आसानी से भाजपा के पक्ष में हो जाएगा।
इस पूरे मसले को द्यान से देखने पर तो यही लगता है कि यह ट्वीट पूरी तरह से राजनीति को साधने के लिए किया गया है और इससे आगामी चुनाव में सीधे तौर पर केशव प्रसाद मौर्य के साथ-साथ भाजपा को भी फायदा होगा।
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