एक तरफ जहां भाजपा के बढ़ते दायरे को कम करने के लिए सभी पार्टियां एकजुट होकर मजबूत गठबंधन की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ कुछ नेता गठबंधन में दरार डालने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में पार्टियों के सुप्रीमो ने ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार को बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हो सकते हैं। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी भी अपनी मां सोनिया गांधी की तरह विदेशी हैं। राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि राहुल पिता की जगह मां पर गए हैं। पिता देश के थे। उन पर जाते तो भला हो सकता था। प्रकाश सिंह के इस बयान के बाद बसपा सुप्रीमो ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
मायावती ने कहा कि मुझे जय प्रकाश सिंह के भाषण के बारे में पता चला था कि उन्होंने पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध बात की है और विरोधी पार्टी के नेतृत्व पर निजी टिप्पणियां की हैं। उन्होंने कहा कि यह उनका निजी मत है इसलिए तत्काल प्रभाव से उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। मायावती ने बाक़ी पार्टी नेताओं को एक तरह से चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक गठबंधन नहीं हो जाता। तब तक बयानबाज़ी से बचना चाहिए।
बता दें कि जय प्रकाश ने सिर्फ राहुल गांधी पर ही टिप्पणी नहीं की बल्कि गाय पर भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि गाय एक अच्छी पशु हो सकती है, कम खाना ज्यादा दूध देने वाली हो सकती है लेकिन गाय किसी की माता नहीं हो सकती। माता वो ही हो सकती है जिसने हमें जन्म दिया है। गाय तुम्हारी माता होगी, हम्मारी माता तो वो है जिसने हमें जन्म दिया।