प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री Anil Deshmukh को कोर्ट में पेश कर रही है। कोर्ट ने अनिल देशमुख को ईडी की कस्टडी में 6 तक भेजने का आदेश दिया था। 72 साल के अनिल देशमुख को उम्र के इस पड़ाव पर जेल से बेल के लिए कोर्ट में चक्कर काटना पड़ रहा है।
दरअसल एनसीपी नेता अनिल देशमुख पर कसा ED का शिकंजा कथिततौर पर उनके ही एक करीबी के द्वारा कसा गया। जी हां, उस करीबी का नाम है Sachin Wajhe। एंटिलिया केस में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाझे के कारण अनिल देशमुख की दिवाली जेल में गुजरी।
सचिन वाझे इस समय तलोजा जेल में कैद है
वाझे भी इस समय मुंबई की तलोजा जेल में कैद है। सचिन वाझे का एक बयान उसके गुरु अनिल देशमुख को इतना भारी पड़ा की खाकी ने खादी को सीधे जेल की कोठरी में पहुंचा दिया। जानकारी के मुताबिक सचिन वाझे ने अनिल देशमुख की गिरफ्तारी का रास्ता मई 2021 में ही बना दिया था।
जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ में सचिन वाझे ने आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने उसे हर महीने 3 लाख रुपये वसूली का टार्गेट दिया था। वाझे ने यह आरोप ED के सामने तलोजा जेल में उस समय लगाये थे जब एजेंसी 100 करोड़ वसूली के मामले में उसका बयान लेने गई थी।
ED ने जेल में सचिन वाझे का दर्ज किया था बयान
खबरों के मुताबिक ED ने 19 मई और 21 मई को तलोजा जेल में बंद मुंबई पुलिस के पूर्व पुलिस उपनिरीक्षक सचिन वाझे का बयान दर्ज किया था। जिसमें सचिन वाझे ने स्पष्ट आरोप लगाया था कि उसे तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख के अपने सरकारी आवास पर बुलाया गया था। जहां उसे मुंबई के बार और रेस्टोरेंट्स से प्रति महीने 3 लाख रुपये वसूलने का टार्गेट दिया गया था।
वाझे ने अपने आरोप में कहा कि वसूले के लिए देशमुख के आवास पर उसे बाकायदा बार मालिकों की एक सूची भी सौंपी गई थी। सूची मिलने के बाद सचिन वाझे ने विभिन्न बार मालिकों को बुलाया और उनके साथ बैठकें की। वाझे ने बताया कि उसने लगभग 4.7 करोड़ रुपये वसूले और उसे दो बार जनवरी और फरवरी 2021 में पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के तत्कालीन निजी सहायक कुंदन शिंदे को सौंपे थे।
ED ने 12 घंटे पूछताछ के बाद अनिल देशमुख को किया गिरफ्तार
मालूम हो कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी के वरिष्ठ नेता Anil Deshmukh को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Money Laundering Case में बीते 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तारी से पहले लगभग 12 घंटों तक देशमुख से पूछताछ की, उसके बाद सहयोग न करने की दलील देते हुए उन्हें गिरफ्तार किया।
पूर्व में प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें कई बार पूछताछ के लिए समन भी जारी किया था लेकिन हर बार वो किसी न किसी समस्या का हवाला देकर पेश होने से बचने की कोशिश कर रहे थे। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने शुक्रवार को अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख (Hrishikesh Deshmukh) को पूछताछ के लिए समन जारी किया था और उन्हें शुक्रवार को ही एजेंसी के कार्यालय में पेश होने को कहा था।
मुंबई पुलिस के तत्कालीन आयुक्त परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर एंटिलिया मामले में गिरफ्तार इंस्पेक्टर सचिन वाजे के जरिये 100 करोड़ रुपये की वसूली का आरोप लगाया था, जिसके बाद देशमुख को अप्रैल 2021 में गृहमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
इसे भी पढ़ें: Money Laundering Case: Anil Deshmukh को कोर्ट में पेश करेगी ED, 6 नवंबर को खत्म हो रही है हिरासत
Mumbai News : महाराष्ट्र सरकार का दावा, विदेश फरार हो गए परमबीर सिंह! बीजेपी ने किया पलटवार