Birbhum Violence : राज्यसभा में बीरभूम हिंसा पर बोलते हुए शुक्रवार को बीजेपी सांसद और अभिनेत्री Roopa Ganguly के आंसू आ गए। बीरभूम की घटना पर राज्यसभा में भावुक होते हुए रूपा गांगुली ने कहा “पश्चिम बंगाल में लोग जीने लायक नहीं रह गए हैं, वहां एक-एक कर के लोग भाग रहे हैं, हमें बंगाल में राष्ट्रपति शासन चाहिए और हमने बंगाल में जन्म लेकर कोई अपराध नहीं किया है।”
टीएमसी की सरकार पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग पश्चिम बंगाल में बोल नहीं पा रहे वे लोग क्या अंदर ही अंदर रो नहीं रहे होंगें? पश्चिम बंगाल की सरकार हत्यारों की रक्षा करती है। वहां हर दिन दिनदहाड़े गोलियों की आवाज़ सुनाई देती है। ऐसा कोई राज्य नहीं जहां जीते हुए लोगों को सरकार पकड़-पकड़ कर मारती हो। बता दें कि 3 दिन पहले पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में हिंसा के कारण लगभग 10 लोगों की मौत और कई अन्य घायल हो गये थे। यह घटना टीएमसी नेता भादू शेख की कथित हत्या के तुरंत बाद हुई थी।
CBI करेगी Birbhum Violence की जांच
Calcutta High Court ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दी है। मामले को स्वत: संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस Prakash Shrivastava और जस्टिस Rajarshi Bharadwaj की बेंच ने यह फैसला लिया है। बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट में जनहित याचिकाएं दायर कर मामले की जांच सीबीआई या एनआईए से कराने की मांग की गई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को West Bengal की CM Mamata Banerjee ने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से रामपुरहाट के बाग्टुई गांव में मुलाकात की थी। साथ ही परिवार वालों को 5 लाख रुपये का चेक सौंपा था।
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