Republic Day: खालिस्तानी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ ने सुप्रीम कोर्ट के वकीलों को धमकी दी है। सिख फॉर जस्टिस ने ऑडियो मैसेज में कहा कि वे पीएम मोदी को आगामी गणतंत्र पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराने देंगे। पीएम मोदी के सुरक्षा उल्लंघन मामले को अदालत में ले जाने के बाद खालिस्तानी संगठन ने यह 5वीं बार धमकी दी है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य स्थायी वकील निशांत कटनेश्वरकर और वकील अपूर्व शुक्ला को सोमवार सुबह धमकी भरे फोन आए, जिसमें आतंकी संगठन ने कहा कि वह न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा को पीएम के सुरक्षा उल्लंघन के संबंध में जांच आगे नहीं बढ़ाने देंगे। वकील शुक्ला के अनुसार, एसएफजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू की आवाज में एक स्वचालित संदेश यूके के एक नंबर से आया है। कॉल में कहा गया कि एसएफजे न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा को जांच समिति के साथ आगे बढ़ने की अनुमति नहीं देगा।
Republic Day: धमकी भरा ऑडियो मैसेज वायरल
बता दें कि देश में गणतंत्र दिवस की तैयारी जोरों पर हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को सुरक्षा के मद्देनजर किले में तब्दील कर दिया गया है। इसी बीच गणतंत्र दिवस को लेकर एक और धमकी भरा ऑडियो मैसेज वायरल हो रहा है। इस वायरल ऑडियो मैसेज के मुताबिक कश्मीरी मुजाहिद्दीन, खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट, सिख फॉर जस्टिस मिलकर गणतंत्र दिवस के दिन कश्मीर का झंडा फहराएंगे। बता दें कि पिछले 10 दिनों में यह वकीलों और सुप्रीम कोर्ट को लेकर 5वीं बार धमकी देते हुए ऑडियो मैसेज भेजे गए हैं। ऑडियो मैसेज सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस समारोह से पहले दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवाद विरोधी उपायों को तेज कर दिया है। राजधानी की सुरक्षा को लेकर पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने रविवार को कहा था कि संभावित आतंकी हमले की खुफिया सूचना मिलने के बाद आतंकवाद विरोधी निगरानी तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा था कि दिल्ली हमेशा आतंकी खतरे में रहती है, इसलिए हमें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी। इस साल भी हम अलर्ट पर हैं। सुरक्षा एजेंसियां सभी आतंकवाद रोधी उपायों का पालन करने के लिए दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय कर रही हैं।
आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही पुलिस
पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा था कि पिछले दो महीनों से दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने 26 मापदंडों के तहत किए गए आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में भी बताया, जिसमें गहन वाहन जाँच, लॉज की जाँच और किरायेदार, नौकर, मजदूर सत्यापन शामिल हैं।बता दें कि गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में कुल 27,723 कर्मियों को तैनात किया गया है, जिनमें 71 डीसीपी, 213 एसीपी, 753 इंस्पेक्टर और दिल्ली पुलिस कमांडर शामिल हैं।
सीएपीएफ की कम से कम 65 कंपनियां इन बलों के साथ समन्वय करेंगी। इस बीच, हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए एक काउंटर रॉग ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए दिल्ली पुलिस के अलावा अन्य एजेंसियां भी समन्वय कर रही हैं। बता दें कि वायरल ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस मुस्तैदी से इसकी जांच कर रही है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
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