आखिरकार गुजरात और हिमाचल के रण में बीजेपी के योद्धाओं ने विपक्षियों को पटखनी दे ही दी। इस बार भले ही गुजरात चुनाव में ‘विकास’ मुद्दा न रहा हो, लेकिन विकास का नारा देने वाली पार्टी ही जीती। गुजरात में न जातिवाद काम आया और न ही अल्पेश,हार्दिक,जिग्नेश का त्रिशूल। कांग्रेस दोनों ही राज्यों में विफल रही। ऐसे में राहुल गांधी का कहना है कि वो निराश नहीं हैं और अपने चुनावी प्रयासों से संतुष्ट हैं। कांग्रेस के ऩवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात और हिमाचल चुनावों के मतगणना के रुझानों पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए आज कहा कि वह अपने कोशिशों से और चुनाव परिणामों से निराश नहीं है। हालांकि उन्होंने और सोनिया गांधी ने पत्रकारों के अन्य सवालों का कोई जवाब नहीं दिया।

बता दें कि अभी तक के चुनावी परिणामों से यह साफ हो चुका है कि दोनों ही राज्यों में कमल खिल चुका है। भाजपा कार्यालयों में पटाखों का शोर और मिठाइयों का दौर भी शुरू हो चुका है। पीएम मोदी सहित बड़े-बड़े नेताओं ने हाथ दिखाकर अपनी खुशी जाहिर कर दी है। गुजरात के विजय रुपाणी जहां अपने क्षेत्र दक्षिण गुजरात में जीत गए हैं। वहीं हिमाचल में प्रेम सिंह धूमल पीछे चल रहे हैं। लेकिन कुल मिलाकर दोनों ही राज्यों में बीजेपी ही सत्ता बनाएगी।

हालांकि कांग्रेस ने गुजरात में पहले की अपेक्षा सीटों की बढ़ोत्तरी बनाई है। लेकिन जितना चुनावी प्रचार और गठजोड़ की राजनीति कांग्रेस ने की थी, उसे देखते हुए उसे वो परिणाम नहीं मिल सके जो मिलने चाहिए थे। दूसरी तरफ भाजपा नेताओं ने दोनों ही राज्यों में मिली जीत का श्रेय पीएम मोदी को दिया है। अब कांग्रेस की अगली पारी 2018 के आखिरी में होने वाले चार राज्यों के चुनाव में शुरू होगी। जो 2019 के लोकसभा चुनाव तक खत्म होगी। देखना यह होगा कि अब उस पारी में कांग्रेस कैसा खेलती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here