कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Rahul Gandhi ने देश में बढ़ती थोक महंगाई के रिकॉर्ड स्तर के लिए सीधे-सीधे नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते कुछ समय से लगातार महंगाई के मुददे पर मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
बीते समय से पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के बढ़ते मूल्य वृद्धि पर लगाम लगाने में मोदी सरकार पूरी तरह से फेल रही है। जिसके कारण आम लोगों की रोजमर्रा जिंदगी में महंगाई का सीधा प्रभाव देखने को मिल रहा है।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने इस मामले में ट्वीट करके मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में कहा है, ‘नए भारत’ में महंगाई का नया नाम ‘टैक्स वसूली’! इसके साथ ही राहुल गांधी ने हैशटैग के साथ #PriceRise #Extortion को भी अपने ट्वीट में शामिल करते हुए एक समाचार वेबसाइट की खबर का हवाला भी दिया है।
दरअसल बीते मंगलवार को सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े बता रहे हैं कि थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 14.23 फीसदी पर पहुंच गई, जो गुजरे अक्तूबर में 12.54 फीसदी थीा। सरकार के आंकड़े महंगाई के संदर्भ में वाकई भयावह हैं। इससे पता चलता है कि देश में थोक महंगाई 12 साल के उच्च स्तर पर है।
8 महीने से थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति दहाई अंक पर ठहरी हुई है
महंगाई के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से शुरू होकर लगातार आठ महीने से थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति दहाई अंक पर ठहरी हुई है। इस साल अक्टूबर में महंगाई दर 12.54 फीसदी थी। इसका मतलब यह हुआ कि नवंबर महीने में महंगाई में 1.69 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
सरकारी आंकड़े बता रहे हैं कि नवंबर में ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति बढ़कर 39.81 फीसदी रही। जबकि अक्तूबर में यह आंकड़ा 37.18 फीसदी था। वहीं अगर खाद्य सूचकांक की बात करें तो पिछले महीने के 3.06 फीसदी के मुकाबले दोगुने से अधिक बढ़कर 6.70 फीसदी हो गई।
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