Patna News: प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए सरकार डीजल वाहनों पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बिहार सरकार के आदेश के बाद पटना में 1 अप्रैल से डीजल बसे-ऑटो चलाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अब डीजल वाली बसे और ऑटो बिहार की राजधानी में नजर नहीं आएंगी। इस पर बिहार के ऑटो चालकों कहना है कि सरकार हमें रोजगार नहीं दे रही ऐसे में रोजगार छीन रही है।
Patna News: ऑटो चालकों में आक्रोश
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ऑटो चालकों ने कहा कि अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। बिहार सरकार नौकरी का कोई जरिया हमारे सामने नहीं लेकर आ रही है। ऐसे में जो बचा खुचा रोजगार है उसे भी छीन रही है। एक ऑटो चालक ने कहा कि मैं बैंक से लोन लेने गया था लेकिन मुझे लोन नहीं दिया गया।
वहीं दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने भी प्रदूषण पर रोकथाम के लिए इलेक्ट्रकि ऑटो रिक्शा लेकर आ रही है। 31 मार्च को दिल्ली सीएम ने आईपी डिपो से इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
Patna News: दिल्ली में नया फरमान
इस पर अरविंद केजरीवाल का कहना है कि प्रदूषण को देखते हुए हम सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक करने की तरफ ले जा रहे हैं। अब दिल्ली में इलेक्ट्रिक ऑटो चलेगी। हमने करीब 4000 इलेक्ट्रिक ऑटो रवाना किया है, 3,500 लोगों को एलओआई जारी हो चुके हैं ये 3,500 लोग दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलाएंगे।
पटना में डीजल ऑटो और बसो पर प्रतिबंध लगाने के बाद ऑटो चालकों के संगठनों ने ऑटो को सीएनजी में बदलने के लिए तीन महीने का समय मांगा है। ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट फेडरेशन बिहार के महासचिव राजकुमार झा एवं ऑटो रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि कोरोना के कारण काफी आर्थिक नुकसान उठाने वाले ऑटो चालक किसी तरह से जीवन पटरी पर लाने का प्रयास कर रहे है। ऐसे में सरकार को चालकों के साथ सख्ती नहीं, बल्कि सहानुभूति के साथ पेश आना चाहिए।
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