हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीतकारों में शामिल Pandit Shiv Kumar Sharma का आज निधन हो गया है। इन्होंने 84 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। संतूर को लोकप्रिय बनाने में शिवकुमार शर्मा का बहुत बड़ा रोल था। बताया जा रहा है कि यह पिछले छह महीने से किडनी से संबंधित बीमारी से पीड़ित थे जिसके कारण डायलिसिस पर थे। इनका जाना भारतीय शास्त्रीय संगीत के लिए एक बहुत बड़ा झटका है।
Pandit Shiv Kumar Sharma ने कई बॉलीवुड फिल्मों में दिया था योगदान
पंडित शिवकुमार शर्मा ने 1980 में फिल्म “सिलसिला” के साथ अपनी शुरुआत की थी। पं. हरिप्रसाद चौरसिया के साथ उनकी जोड़ी के कारण दोनों को शिव-हरि नाम से जाना जाने लगा था। बॉलीवुड में “शिव-हरि” की जोड़ी ने कई सुपरहिट गाने दिए थे। इसमें से सबसे प्रसिद्ध गाना फिल्म “चांदनी” में फिल्माया गया था, जिसके बोल “मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़िया हैं” है।
बांसुरीवादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया और पंडित बृजभूषण काबरा के साथ शिवकुमार शर्मा का 1967 की एल्बम ‘Call Of The Valley’ शास्त्रीय संगीत की एक प्रसिद्ध एल्बम है।
पद्मश्री और पद्म विभूषण से किए गए थे सम्मानित
Pandit Shiv Kumar Sharma को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका था। इन्हें 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, 1991 में पद्मश्री और 2001 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। पंडित शर्मा को 1985 में संयुक्त राज्य बाल्टीमोर की मानद नागरिकता भी प्रदान की गई थी।
एक हफ्ते बाद आयोजित होना था कॉनसर्ट
बताया जा रहा है कि Pandit Shiv Kumar Sharma को 15 मई को कॉनसर्ट आयोजित किया जााना था। शिव-हरी की इस जोड़ी की जुगलबंदी सुनने के लिए लाखों लोग 15 मई का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अफसोस है कि पंडित शिवकुमार शर्मी मात्र 1 हफ्ते पहले ही इस दुनया को अलविदा कर गए।
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