UP Election 2022 में अपनी जमीन तलाश रहे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार और यूपी की आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला है।
असदुद्दीन ओवैसी यूपी चुनाव के मद्देनजर इस समय पूरे सूबे का तुफानी दौरा कर रहे हैं और जगह-जगह जनसभा करके लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले साल के बिहार इलेक्शन की तर्ज पर ओवेसी इस साल यूपी में अपनी पार्टी का प्रचार कर रहे हैं।
उन्हें उम्मीद है कि यूपी का अल्पसंख्यक तबका उनके साथ आयेगा और वो यूपी में भाजपा को कड़ी टक्कर देंगे। ओवैसी का यही सपना बिहार में भी देखा था लेकिन बिहार की जनता ने उन्हें खारिज कर दिया था, ऐसे में देखना है कि यूपी चुनाव 2022 में जनता ओवैसी का कितना साथ देती है।
ओवैसी ने एक जनसभा में बोलते हुए कहा, ‘बेरोजगारी भारत का मुकद्दर बन गया है। यूपी के 6 फीसदी नौजवान आज बेरोजगारी हैं। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मंत्री खड़े होकर कहता है कि यूपी के बेरोजगारी के रजिस्टर में 36 लाख नौजवानों के नाम हैं। आपने लॉकडाउन किया, बर्बाद कर दिया। जीएसटी किया, बर्बाद कर दिया। नोटबंदी से गरीब बर्बाद हुआ और दौलतमंद को कुछ नहीं हुआ। अब एक और खुशखबरी है देश के प्रधानमंत्री देश से कह रहे हैं कि कि अगर कपड़ा खरीदोगे, जूता खरीदोगे तो उसमें भी महंगाई कर देंगे। अरे कितना खून चूसोगे आप। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं और अब कपडे और जूते पर भी जीएसटी बढ़ा दिया गया। वो बीजेपी का वोटर क्या करेगा ये तो देखना होगा लेकिन आप को संभलना है। आपको इस सरकार को बाहर करना है’।
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार अभियान में जुटे एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को बाराबंकी के रामनगर विधानसभा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि जिस तरह केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लिया गया है, उसी तरह से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC-NPR) को जल्द वापस लें वरना उन्हें इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना पड़ेगा। ओवैसी ने कहा, ‘अगर CAA, NPR और NRC का कानून बनाएंगे तो हम दोबारा रोड पर निकलेंगे और यहीं पर शाहीन बाग बनाएंगे’।
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