कांग्रेस (Congress) नेता और भारत के 12वें पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी (Mohammad Hamid Ansari) ने जमात-ए-इस्लामी (Jamaat-e-Islami) से जुड़े संगठन इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (Indian American Muslim Council) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि धार्मिक आधार पर लोगों को बांटा जा रहा है। हिंदू राष्ट्रवाद चिंता का विषय है और देश में असुरक्षा का माहौल है। हामिद अंसारी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर ये बात कही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हामिद अंसारी ने यह भी कहा कि भारत में लोग डरे हुए हैं। एक धर्म विशेष को उकसाया जा रहा है। लोगों को तोड़ा जा रहा है। अंसारी के इस बयान पर अब बवाल हो रहा है।
Mohammad Hamid Ansari ने क्या कहा?
बता दें कि भारत की तरफ से इस कार्यक्रम में स्वरा भास्कर और हामिद अंसारी शामिल हुए थे। ये वही संगठन है जिसपर अमेरिका जमात-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े होने का आरोप लगा चुका है। अमेरिका ने कहा था कि अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल कोरोना के नाम पर दुनियाभर से पैसे जमा कर रहा है। और आतंकियों को भेज रहा है। बता दें कि Indian American Muslim Council ने US में भारत को कई बार Black List कराने की भी कोशिश कर चुका है। अब उसी संगठन के के सामने हामिद अंसारी ने भारत के खिलाफ इस तरह का बयान दिया है।
अंसारी ने यह भी दावा किया, ‘देश में होने वाले वर्तमान चुनावी बहुमत को धार्मिक बहुमत के रूप में पेश करते हैं और राजनीतिक शक्ति पर एकाधिकार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग चाहते हैं कि नागरिकों को उनकी आस्था के आधार पर अलग-अलग कर दिया जाए और असुरक्षा को बढ़ावा दिया जाए।
Mohammad Hamid Ansari के बयान पर बवाल
हामिद अंसारी के इस बयान पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख Amit Malviya ने वार किया है। उन्होंने ट्वीट कर लखा, जमात-ए-इस्लामी से जुड़े संगठन इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में, पूर्व राष्ट्रपति और सोनिया गांधी के पसंदीदा हामिद अंसारी ने अमेरिकी विधायकों के साथ मंच साझा किया, सभी भारत विरोधी स्टैंड लेने के इतिहास के साथ, भारत को काली सूची में डालने की पैरवी
Indian American Muslim Council ने 26 जनवरी को ऑनलाइन Save Pluralism नाम से एक कार्यक्रम रखा था, जिसमें स्वरा भास्कर और हामिद अंसारी वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। अब इस बात कर काफी विवाद हो रहा है। कहा जा रहा है कि जो संगठन भारत को बदनाम करने की साजिश रचता है उसके साथ भारत के पूर्व राष्ट्रपति कैसे मंच शेयर कर सकते हैं।
वैसे आपको बता दें कि इस दौरान चार अमेरिकी लॉ मेकर्स ने भी मानवाधिकारों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि भारत में धार्मिक आधार पर भेदभाव की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
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