Lakhimpur Kheri: भारत-नेपाल सीमा से सटे लखीमपुर जिले के तिनकुनिया गांव में रविवार को हुई घटना में आठ लोगों की मौत हो गयी थी। इनमें चार किसान, एक पत्रकार और 3 BJP के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। घटना के बाद से देश भर में इसका विरोध देखने को मिल रहा है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhii, सपा अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav), रलोद नेता जयंत चौधरी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
रविवार को यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य लखीमपुर के दौरे पर थे। जहां उन्हें एक योजना का शिलान्यास करना था। वहीं किसानों की तरफ से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के विरोध का ऐलान किया गया था। इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसान हिस्सा लेने वाले थे। इसी दौरान एक दूसरे कार्यक्रम में जाने के दौरान यह हादसा हुआ।
UP Election: नाराज हैं Varun Gandhi?
क्या है तिकुनिया में हुई हिंसा का घटनाक्रम?
अब तक घटना को लेकर दो थ्योरी सामने आ रही है। पहली थ्योरी है किसानों की और दूसरी थ्योरी घटना के आरोपी अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की तरफ से सामने लायी गयी है। किसानों का आरोप है कि लखीमुर के तिकुनिया इलाके में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कार चढ़ा दी। वहीं आशीष मिश्रा का कहना है कि वो मौके पर थे ही नहीं। साथ ही उन्होंने कि किसानों ने डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रही उनकी कार पर हमला बोला। सिर में पत्थर लगने के कारम कार असंतुलित हो गयी और किसानों की भीड़ पर चढ़ गयी। इसके बाद किसानों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया जिसमें उनके तीन कार्यकर्ता मारे गए।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने बेटे का किया बचाव
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा है कि मेरा बेटा घटना के दौरान वहाँ मौजूद ही नहीं था। BJP के 3 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई, मेरे ड्राइवर को मार दिया गया है, हमारी गाड़ी जला दी गई, 302 के तहत मुक़दमा दर्ज करवाउंगा।