पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग की उत्तरी पहाड़ियों में लगभग 100 दिन से ज्यादा चल रहे अनिश्चितकालीन बंद को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने कल वापस ले लिया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा गुरुंग से बंद वापस लेने और गृह मंत्रालय से 15 दिनों में पहाड़ मुद्दे पर बैठक बुलाने का निर्देश देने के बाद गुरुंग ने मंगलवार को यह कदम उठाया है ।

बता दें कि कल देर शाम जीजेएम सुप्रीमो ने वाट्सएप पर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि राजनाथ सिंह ने 15 दिनों में गृह मंत्रालय की देखरेख में त्रिपक्षीय वार्ता (सचिव स्तरीय बैठक) करने की बात कही है। जीजेएम उपाध्यक्ष कल्याण दीवान ने बताया, ‘हमारे पार्टी प्रमुख बिमल गुरूंग ने पर्वतीय क्षेत्र में कल सुबह से बंद को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने का फैसला किया है।’ उन्होंने कहा कि बंद वापस लेने की केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अपील के बाद यह फैसला किया गया है।

गौरतलब है कि राजनाथ ने अपील करते हुए कहा था कि, ‘दार्जिलिंग में जो कुछ भी हो रहा है, उसे देखकर मुझे बहुत पीड़ा होती है। मैं जीजेएम और इसके नेता बिमल गुरुंग से तत्कालिक बंद वापस लेकर क्षेत्र में खासकर इस पूजा उत्सव को देखते हुए सामान्य जनजीवन बहाल करने की अपील करता हूं।’

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की इस अपील के बाद जीजेएम के सहायक महासचिव, ज्योति राय ने कहा, ‘राजनाथ सिंह की अपील के बाद हमारी वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा हुई, जिसमें जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग शामिल थे, और कल (बुधवार) सुबह छह बजे से बंद समाप्त करने का निर्णय लिया गया।’

इसके बाद आज सुबह छह बजे से पूरे दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र में एक बार फिर से रौनक लौट आई है। केंद्रीय गृह सचिव और राज्य के गृह सचिव को भी निर्देश दिया गया है। बेमियादी पहाड़ बंद समाप्त करने की घोषणा होते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। पहाड़ पर इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। बाजार खुलने पर लोग पूजा की खरीदारी में जुट गए। दार्जिलिंग, मिरिक, कर्सियांग, पानीघाटा, गाड़ीधूरा आदि में वाहनों का आवागमन शुरू हो गया। साथ ही कड़ी सुरक्षा के बीच होटल, रेस्टोरेंट, आदि भी खुल गए।

वहीं राज्य के टूरिज्म मिनिस्टर गौतम देब  का इस मुद्दे पर कहना है कि केंद्र सरकार ने जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग को वापसी का एक मौका दिया था। गौतम ने कहा कि पहाड़ियों पर पहले ही 80 प्रतिशत से ज्यादा दुकानें खुल गई थीं। गौतम ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में पहले ही स्थिति सामान्य हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि मेरा सवाल है, ‘केंद्र सरकार ने इतना लंबे समय क्यों दिया और यह अपील अभी क्यों की गई जबकि पहाड़ी इलाकों में स्थिति पहले ही सामान्य हो गई थी।’

गौरतलब है कि जीजेएम ने अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर 15 जून से बंद का आह्वान कर रखा था। बंद के 104 दिन बाद दार्जिलिंग सहित अन्य शहरों में सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here