कोरोना वैक्सीन साल के अंत तक भारतीय बाजार में आ सकता है। गुलेरिया ने कहा कि, वैक्सीन खुले बाजार में तभी उपलब्ध होगा जब प्राइम टारगेट को पूरा कर लिया जाएगा और आपूर्ति व मांग में समानता होगी। इस बात की जानकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को दी है।

गुलेरिया के इस बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि, भारत के बाजारों में कोरोना टीका जल्द ही उपलब्ध होगा। बुधवार को कोविड वैक्सीन का दूसरा टीका लगवाने के बाद डॉ. गुलेरिया ने कहा कि ‘मैं सब से कहना चाहता हूं कि वैक्सीन से न घबराए और टीका लगवाएं। कोरोना संक्रमण से हालात अब लगभग सामान्य हो चुके हैं। अन्य देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बहुत अच्छी है। लेकिन इसे हमें ठीक बनाए रखना होगा। उसके लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है’।

डॉ. रणदीप गुलेरिया ने आगे कहा कि, देश के लोग स्वदेशी वैक्सीन पर भरोसा रखें। वैक्सीन लगवाने से कोई दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अफवाहों से दूर रहें। भारत में बनी वैक्सीन उपयोगी है। 

बता दें कि, कोरोना की पहली डोज लेने के बाद दूसरा डोज लेने के लिए 28 दिन का इंतजार करना होता है। 28 दिन बाद कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका लेते समय गुलेरिया ने इस खबर को मीडिया के साथ साझा किया। इससे पहले मंगलवार को नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने भी एम्स में स्वदेशी कोवैक्सीन टीके की दूसरी डोज ली। उन्होंने 16 जनवरी को टीके की पहली डोज ली थी।

गौरतलब है कि, 16 से 19 जनवरी तक कुल 12,853 स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की पहली डोज दी गई थी, जो दूसरी डोज टीका के लिए योग्य हैं। ’इनमें से अब तक 51.18 फीसद कर्मचारियों ने ही टीके की दूसरी डोज ली है।  बता दें कि दिल्ली में अब तक कुल दो लाख 14 हजार 625 कर्मचारियों को टीके की पहली डोज लग चुकी है।

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