कोरोना के खिलाफ भारत में जंग जारी है। जैसे-जैसे टीकाकरण की रफ्तार तेज होती जा रही है, वैसे-वैसे टीका लगवाने में हिचकिचाहट महसूस करने वाले भारतीय भी इसकी खुराक लेने के इच्छुक हो गए हैं। एक निजी फर्म लोकल सर्किल के सर्वे के मुताबिक, अब 42 प्रतिशत भारतीय टीका लगाने के लिए तैयार हो गए हैं।
फर्म के अनुसार अगर पहले नेता टीका लगवाएं तो यह आंकड़ा 65% तक बढ़ने की उम्मीद है। टीकाकरण शुरू होने के 19 दिन बाद देश की 16% और आबादी टीका लगवाने को राजी हो चुकी है।
42% लोग टीकाकरण के लिए तैयार
टीकाकरण के पहले वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही खबरों के कारण देश में केवल 31 प्रतिशत लोग ही टीका लगवाने के लिए तैयार थे। अब वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। उम्मीद है कि, 42% लोग टीकाकरण के लिए तैयार हो जाएंगे।
अभी 58% इंतजार की मुद्रा में
सर्वे के अनुसार, अभी 58% लोगों में टीका को लेकर हिचक है। वे आने वाली स्थिति के हिसाब से फैसला लेंगे। हालांकि, टीकाकरण शुरू होने के बाद 16% में हिचक दूर हुई।
नेताओं की सहायता से 39% लोग हो सकते हैं तैयार
फर्म का दावा है कि, वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या बढ़ सकती है। अगर देश के राजनेता पहले टीका लगवाने के लिए तैयार हो जाएं तो। नेताओं के टीका लगवाने से 39 प्रतिशत लोग कोरोना टीका लगवाने को तैयार हो सकते हैं वहीं 35% लोगों में ही हिचक रह जाएगी अगर ऐसा हुआ तो, अभी 58% हिचकिचा रहे।
पारदर्शिता की दरकार
देश में 62% लोगों की मांग है कि टीकाकरण व इसके प्रभावों से जुड़ी उनके जिले की जानकारी व डाटा को सार्वजनिक किया जाए। इससे टीकाकरण में लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी।
महीनेभर में 50 लाख को टीका
देश में 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू हुआ और सरकार को उम्मीद है कि महीना पूरा होते-होते 50 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लग जाएगा। भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे हैं, जिनसे अब तक 2000 से कम मामलों में प्रतिकूल घटनाएं दर्ज हुई हैं। इस कारण भी लोगों में संशय घटा है।