मेरठ के मेयर हरिकांत अहलुवालिया ने नगर निगम की बैठक से पहले सभी पार्षदों को वन्दे मातरम गाने का फैसला सुनाया है मेयर ने अपने आदेश के साथ इस बाबत एक प्रस्ताव भी ध्वनि मत से पारित कराया है जिसमे सभी पार्षदों के लिए वन्दे मातरम् गाना अनिवार्य होगा। हालांकि इसे लागू करने के लिए सरकार की मंजूरी जरुरी होगी जो अभी नहीं मिली है। मेयर के इस आदेश के बाद नगर निगम का माहौल गर्म है मुस्लिम पार्षदों ने मेयर के इस आदेश को मानने से मना कर दिया है उन्होंने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा है कि वन्दे मातरम गाना अनिवार्य नहीं है। यह अपनी पसंद पर निर्भर करता है।

mayor imageमेरठ नगर निगम की बैठक में पहले भी मीटिंग की शुरुआत में वन्दे मातरम गाया जाता था लेकिन राज्य में सत्ता परिवर्तन और योगी के आने के बाद समाजवादी पार्टी के समर्थक पार्षदों ने इसे गाने को लेकर आपति जताई थी। जिसके बाद यह सारा मामला और विवाद शुरू हुआ था।

नगर निगम में वंदे मातरम को लेकर हुए हंगामे के बाद अब भारतीय जनता पार्टी समर्थक मेयर हरिकांत अहलुवालिया ने कहा कि वंदे मातरम् गाना किसी का अपमान नही है यह देश का सम्मान करना होता है उन्होने वंदेमातरम् को लेकर अपने पहले दिए गए बयान पर कहा कि  किसी को वंदे मातरम् नही गाना है तो ना गाए लेकिन मेरा व्यक्तिगत मानना है कि वंदेमातरम् गाना देश का सम्मान करना है। वंदे मातरम् गाना किसी के धर्म से या जाति से मतलब नहीं रखता है।

मेयर ने वन्दे मातरम को लेकर मचे इस बवाल पर बोलते हुए यह भी स्पष्ट किया कि हम इसी तरह से वन्दे मातरम का सम्मान करते रहेंगे। इसे गाना हमारे लिए गर्व की बात है और इससे  किसी की भावनाएं आहत नहीं हो रही है। उन्होंने अपने पहले के बयान से उलट यह भी कहा कि यदि किसी को वंदे मातरम् गाने से परहेज है तो वंदे मातरम गाना उनके लिए कोई जरूरी नहीं है इस मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम के राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए क्योंकि इस चश्मे से देखने पर किसी का भला होने वाला नहीं है। यह देश के सम्मान की बात है और यह सम्मान की दृष्टि से ही देखा जाना चाहिए।

मेरठ नगर निगम में मुस्लिम पार्षद तहसीन अंसारी ने कहा कि मैं मुस्लिम हूं और हमारे धर्म में यह कहीं नहीं लिखा कि वंदे मातरम् गाना गलत है मैं भी वंदे मातरम् गाता हूं मुझे इसका कोई नुकसान नहीं दिखता और अगर इसे गाने से किसी को परेशानी है तो वह इस दौरान चुप रहकर देश को सम्मान दे सकते हैं बहरहाल अंजाम जो भी हो लेकिन मेरठ नगर निगम में वन्दे मातरम गाने को लेकर शुरू हुआ बवाल फ़िलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है।

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