पीएम मोदी इस समय कांग्रेस मुक्त भारत का अर्थ समझाने में जुटे हुए है। आम भाषा में कांग्रेस-मुक्त भारत का अर्थ कांग्रेस का भारत से सफाया होगा, लेकिन मोदी ने इसका अर्थ अलग ही शब्दों में बयान किया है। एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि देश के साथ-साथ खुद कांग्रेस को भी कांग्रेस-मुक्त होने की जरूरत है। उन्होंने सफाई देते हुए बताया, कांग्रेस मुक्त का मतलब किसी पार्टी या दल से नहीं है बल्कि एक कल्चर से है। यानि कांग्रेस को उन बुराइयों से मुक्त होने की आवश्यकता है, जो उसमें व्याप्त है। आजादी के बाद कांग्रेस ने अपने कल्चर में जो बदलाव किया है, वो अन्य सभी राजनीतिक दलों को खाने लगा है।
मोदी ने बताया, कांग्रेस ने जातिवाद, भ्रष्टाचार और परिवारवाद जैसी कुरीतियों और बुराइयों को देश में फैलाने का काम किया है, इसलिए अब कांग्रेस नेताओं को भी कांग्रेसी कल्चर से आजादी पाने की जरुरत है। उन्होंने बताया, खुद कांग्रेस के नेता भी मानते है कि कांग्रेस एक सोच है, लेकिन मैं कांग्रेस की आलोचना में समय बर्बाद नहीं करना चाहता हूं, देश की आवाम खुद ये तय कर लेगी कि बाहर जाकर देश की छवि ख़राब करने वाले लोग सही है या नहीं।
तीन तलाक पर बात करते हुए मोदी बोले, कांग्रेस की वजह से तीन तलाक का मुद्दा राज्यसभा में अटक गया है, मुझे सोचकर आश्चर्य होता है कि सत्ता की भूख इतनी बड़ी कैसे हो सकती है कि आप बेगुनाह देश की मां और निर्दोष बेटियों का जीवन बर्बाद होते हुए देख रहे हैं।
मोदी आगे बोले, मैंने सोचा था कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपने समय में जो गलतियां की थे उनसे कांग्रेस ने सबक लिया होगा, मगर अफसोस है कि कांग्रेस भी वही गलतियां दोहरा रही है, ये सब सोचकर ही मन में पीड़ा महसूस होती है।