उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों को नया मुख्यमंत्री मिलने के बाद अब देश की जनता नए राष्ट्रपति का इंतजार कर रही है। जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं ऐसे में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के नाम भी हैरान करने वाले हैं। कुछ दिनों पहले ही शिवसेना के नेता संजय राउत ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बना देना चाहिए। उन्होंने भागवत की ढेर सारी खूबियां बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद पर ऐसा व्यक्ति होना चाहिए, जो राष्ट्रवादी हो। हालांकि सूत्रों के अनुसार भाजपा में इस नाम को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।

मोहन भागवत के अलावा एक और चौंकाने वाले नाम का कयास लगाया जा रहा है। यह नाम हैं योग गुरू बाबा रामदेव का। हालांकि इस बात की किसी नेता या प्रवक्ता ने पुष्टि तो नहीं की है लेकिन पिछले कुछ सालों से बाबा रामदेव और भारतीय जनता पार्टी के बीच बढ़ती करीबियां इस कयास का कारण बन रहीं है।

बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद हरिद्वार गए। वहां उन्होंने योग गुरु बाबा रामदेव के पंतजलि आयुर्वेदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया। इस दौरान हरिद्वार पहुंचे पीएम मोदी का योगगुरु बाबा रामदेव के साथ-साथ आचार्य बालकृष्ण ने भी भव्य स्वागत किया।  पीएम मोदी का अभिवादन करते हुए योगगुरु रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत को विश्व गुरु का दर्जा दिलाकर देश का गौरव बढ़ाया है और राष्ट्र ऋषि के रूप में वह हमेशा याद किए जाएंगे। उद्घाटन समारोह में जहां बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्र ऋषिके रूप में सम्मानित किया, तो वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा रामदेव की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि, शुरुआत से ही योग भारत के ऋषि-मुनियों की परंपरा रही है। आज विश्व भर में लोग योग के फायदों से परिचित हैं, जिससे पता चलता है कि बाबा रामदेव की वजह से विश्व में योग एक आंदोलन के रुप में उभरकर सामने आया है और बाबा रामदेव ने मुझे राष्ट्र ऋषि का सम्मान देकर न सिर्फ मुझे सरप्राइज़ किया, बल्कि मेरी जिम्मेदारियां भी बढ़ा दी हैं।

यह पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी और बाबा रामदेव एक-दूसरे की तारीफ़ करते नजर आएं हो, इससे पहले भी समय-समय पर कई बार दोनों ने एक दूसरे को दुनिया के समक्ष सम्मानित किया है। 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार में भी बाबा रामदेव ने बीजेपी के समर्थन में बड़ी अहम भूमिका निभाई थी और शायद बीजेपी को इसका फायदा भी हुआ। बाबा रामदेव के समर्थकों ने भारी मात्रा में भाजपा को वोट दिया और परिणामस्वरूप देश में बीजेपी की सरकार बनी।

इन सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुए यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अचानक बड़े और रोचक फैसले लेने वाली पार्टी बीजेपी अगर बाबा रामदेव को भी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दें तो इसमे कोई हैरानी की बात नहीं होगी। वहीं दूसरी ओर अगर बात करें कांग्रेस की तो, सोनिया गांधी ने एक-एक कर विपक्ष के सभी बड़े नेताओं से मिलना शुरू कर दिया है। सोनिया गांधी ममता बनर्जी, मुलायम सिंह यादव, लालू यादव समेत तमाम बड़े नेताओं को साथ मिलाकर विपक्ष को एकजुट और मजबूत बनाने के लिए पूरजोर मेहनत कर रहीं हैं जिससे वो विपक्ष के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को मजबूत कर सकें।

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